Edited By Sunita sarangal,Updated: 24 Mar, 2021 10:33 AM

पंजाब की स्कूली शिक्षा में बड़े सुधार करने के झूठे दावे करने वाली कैप्टन सरकार ऑनलाइन तबादलों की आड़ में पंजाब के समूह मिडल, हाई......
अमृतसर(दलजीत): पंजाब की स्कूली शिक्षा में बड़े सुधार करने के झूठे दावे करने वाली कैप्टन सरकार ऑनलाइन तबादलों की आड़ में पंजाब के समूह मिडल, हाई और सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में आसामियां कम करने के रास्ते चल पड़ी है। शिक्षा मंत्री पंजाब विजयइन्द्र सिंगला भी ‘नया नरोया पंजाब’ के अंतर्गत किए जा रहे संबोधन में स्वयं मान चुके हैं कि जो स्टेशन ऑनलाइन तबादलों के पोर्टल पर दिखाई नहीं दे रहे, वे रैशनेलाइजेशन के अंतर्गत खत्म हो चुके हैं।
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इस संबंधी डैमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट पंजाब के राज्य वित्त सचिव-कम-जिला प्रधान अमृतसर अश्वनी अवस्थी और जिला महासचिव लखविन्दर सिंह गिल ने कहा कि कुछ समय पहले स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब द्वारा रैशनेलाइजेशन स्कूल स्तर से शुरू की गई थी, परंतु मौजूदा शिक्षा सचिव ने नई अध्यापक तबादला नीति की आड़ के अंतर्गत रैशनेलाइजेशन का ऐसा तीर छोड़ा।
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इसने न सिर्फ विभाग के अध्यापकों को ही बल्कि पंजाब के लाखों बेरोजगार अध्यापकों के भविष्य में रोजगार की आशाओं को मिट्टी में मिलाकर रख दिया और पंजाब के समूह मिडल स्कूलों की खाली आसामियां ऑनलाइन तबादलों की आड़ में नजदीक के सीनियर सैकेंडरी स्कूलों को देकर, आने वाले समय में वित्तीय बोझ को घटाने और मिडल स्कूलों में से आसामियां खत्म करने की मंशा ने पंजाब के मिडल स्कूलों के लाखों विद्यार्थियों का भविष्य दाव पर लगा दिया है, जिसका जवाब पंजाब की जनता 2022 के विधानसभा चुनाव में कैप्टन सरकार को देगी।
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