Edited By Des raj,Updated: 24 Aug, 2018 09:59 PM
आर्य मोहल्ला की रहने वाली भावना नामक महिला ने पुलिस उच्चाधिकारियों पर भाजपा नेता हनी बेदी को बचाने के आरोप लगाए हैं। पीड़िता का आरोप है कि 3 साल पहले हनी बेदी ने उसे मोबाइल पर अश्लील व भद्दी शब्दावली का इस्तेमाल कर धमकाया था।
लुधियाना(तरुण): आर्य मोहल्ला की रहने वाली भावना नामक महिला ने पुलिस उच्चाधिकारियों पर भाजपा नेता हनी बेदी को बचाने के आरोप लगाए हैं। पीड़िता का आरोप है कि 3 साल पहले हनी बेदी ने उसे मोबाइल पर अश्लील व भद्दी शब्दावली का इस्तेमाल कर धमकाया था।
पीड़िता का आरोप है कि अश्लीश गालियां व धमकियां देने के मामले में हाइकोर्ट के आदेश पर थाना डिवीजन नं.-1 की पुलिस ने 11 अगस्त को धमकियां देने वाले 2 लोगों पर केस दर्ज किया था, जबकि 2015 में हनी बेदी ने उसे धमकियां दीं। केस में उसका नाम भी शामिल है, परंतु पुलिस ने कोर्ट के आदेश होने के बावजूद हनी बेदी को नामजद नहीं किया है।
पीड़िता का कहना है कि पुलिस ने पहले से दर्ज एफ.आई.आर. में स्पष्ट किया था कि अगर इस मामले में हनी बेदी दोषी पाया जाता है तो उसके अनुसार कार्रवाई होगी, परंतु थाना डिवीजन नं.-1 के प्रभारी अमनदीप सिंह गिल व मामले की जांच करने वाले आई.ओ. गुरमीत सिंह हनी बेदी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
मामला दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तार नहीं किया
पीड़िता ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों पर सुरजीत सिंह वालिया व अमित कुमार को पुलिस ने मामला दर्ज होने के 13 दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं किया है, जबकि हनी बेदी का नाम शामिल होने पर भी पुलिस न तो हनी बेदी पर हाथ डालने को तैयार है और न ही पहले से नामजद दो अन्य आरोपियों पर कोई कार्रवाई कर रही है।
पंजाब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने से नहीं करेगी गुरेज
पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर सहित थाना प्रभारी को चेतावनी दी कि अगर पुलिस ने हनी बेदी सहित अन्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार न किया तो वह फिर से पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने से गुरेज नहीं करेंगी।
बेबस पीड़िता ने लगाई थी गुहार
वर्णनीय है कि पीड़िता भावना ने मोबाइल फोन पर अश्लील शब्दावली व धमकियां मिलने के आरोप में 14-11-2015 को हनी बेदी व 20-12-2016 अमरजीत सिंह व अमित कुमार के खिलाफ को पुलिस को लिखित शिकायत दी। सुनवाई न होने पर पंजाब पुलिस के डी.जी.पी. को शिकायत दी। जब थाने से लेकर पुलिस कमिश्नर व डी.जी.पी. के दरबार में सुनवाई नहीं हुई तो आखिर थक हार कर 20 जुलाई 2018 को पंजाब-हरियाणा हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटा कर इंसाफ की गुहार पीड़िता ने लगाई।
भाजपा नेता ने आरोपों को नकारा
भाजपा नेता हनी बेदी ने बताया कि भावना उसकी दूर की रिश्तेदार है, जिसका अपने पति ओर ससुराल पक्ष से करीब 10 वर्षों से विवाद चल रहा था। 2018 में 55 लाख की नकदी लेकर उसने पति के साथ राजीनामा कर तलाक लिया है। भावना जिस नंबर का जिक्र कर रही है, वो नंबर-3 साल से बंद है। भावना सिर्फ उसे बदनाम कर राजनीतिक कैरियर चौपट करने पर तुली हुई है।
आदेश मिलने पर होगी गिरफ्तारी
इस संबंधी थाना प्रभारी अमनदीप सिंह का कहना है कि केस में 2 लोगों को नामजद किया गया है। हनी बेदी के खिलाफ केस दर्ज करने के कोई आदेश उन्हें नहीं मिले हैं। पुलिस निष्पक्षता से मामले की जांच कर रही है। केस में दर्ज 2 लोगों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। जल्दी ही आरोपियों को काबू कर लिया जाएगा। उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इंकार किया है।