अहम खबरः अब स्कूलों में किसी भी Teacher को दिया जा सकेगा Mid Day Meal का जिम्मा

Edited By Vatika,Updated: 26 Apr, 2022 09:07 AM

mid day meal school teacher

शिक्षा विभाग द्वारा अब स्कूल के किसी भी अध्यापक को मिड डे मील का चार्ज दिए जाने का फैसला किया गया है।

लुधियाना(विक्की): शिक्षा विभाग द्वारा अब स्कूल के किसी भी अध्यापक को मिड डे मील का चार्ज दिए जाने का फैसला किया गया है। इस संबंध में डायरेक्टर शिक्षा विभाग (एलीमेंट्री शिक्षा) द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (सेकेंडरी /एलीमेंट्री शिक्षा) को जारी एक पत्र में कहा गया है कि कुछ जिला शिक्षा अधिकारियों (एलीमेंट्री शिक्षा) द्वारा बार-बार पूछा जा रहा है कि स्कूल में मिड डे मील का के काम को देखने के लिए किस अध्यापक की ड्यूटी लगाई जाए?  

जिसके चलते विभाग ने आदेश जारी किए हैं कि स्कूल में मिड डे मील का चार्ज स्कूल प्रमुख द्वारा किसी भी अध्यापक को दिया जा सकता है। हालांकि इससे पहले विभाग द्वारा बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए स्कूल में मिड डे मील की जिम्मेवारी पीटीआई, डीपीई, ड्राइंग टीचर, सिलाई टीचर को ही देने के आदेश थे। वहीं दूसरी तरफ अगर अध्यापकों की मानें तो यह आदेश किसी भी तरह तर्कपूर्ण नहीं हैं क्योंकि अगर पीटीआई, डीपीई ड्राइंग टीचर और सिलाई टीचर की बात करें तो अधिकतर स्कूलों में यह पद बिल्कुल खाली है। इसलिए इन्हें चार्ज कैसे दिया जा सकता है? तो दूसरी तरफ अधिकतर स्कूलों में स्टाफ की कमी के चलते   सामाजिक शिक्षा, साइंस, गणित इत्यादि विषयों के अध्यापक ही मिड डे मील  की जिम्मेवारी संभाल रहे हैं।


क्या विभाग को नहीं बच्चों की पढ़ाई का ध्यान?
शिक्षा विभाग अक्सर अपने अजीबोगरीब काम को लेकर चर्चा का विषय बना रहता है। उक्त आदेशों के संबंध में अध्यापकों की कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कुछ अध्यापकों का कहना है कि विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब होने के लिए अक्सर शोर मचाने वाले अधिकारी अब ऐसे आदेश जारी कर रहे हैं जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान होना तय है।  साइंस, गणित, अंग्रेजी, सामाजिक शिक्षा जैसे मुख्य विषय के अध्यापक अगर मिड डे मील का चार्ज संभाल लेंगे तो वह कक्षाओं को कैसे पढ़ाएंगे? स्कूलों में अध्यापकों की कमी होने के चलते वह पहले ही कहीं ज्यादा पीरियड ले रहे हैं और अब जब उन्हें मिड डे मील का चार्ज मिलेगा तो उनके दिए दोनों काम को संभाल पाना मुश्किल होगा।

मिड डे मील के लिए अलग से स्टाफ का प्रबंध करे विभाग
अध्यापकों का कहना है कि बच्चों के लिए दोपहर के खाने मिड डे मील का प्रबंध करने के  चक्कर में विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान होता है। अधिकतर स्कूलों में पीटीआई, आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर की पोस्ट खाली होने के चलते यह काम अन्य विषयों के अध्यापक करते हैं। बच्चों की पढ़ाई के हो रहे नुकसान को रोकने के लिए सरकार को मिड-डे-मील के लिए अलग स्टाफ का प्रबंध करना चाहिए ताकि अध्यापक केवल अपने अध्यापन कार्य की तरफ ध्यान दे सकें।

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