Edited By Tania pathak,Updated: 04 Nov, 2020 11:40 AM
मंत्रियों के साथ बैठक करने के बाद 30 किसान संगठनों की ओर से अपनी अलग बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इसी बैठक के बाद किसानों द्वारा अगला कदम उठाने पर विचार-विमर्श किया जाना है...
चंडीगढ़: कृषि कानूनों के बाद से पंजाब में केंद्र के खिलाफ लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंजाब में केंद्र सरकार द्वारा लागू किए कृषि बिलों के खिलाफ किसान जत्थेबंदियों में भारी रोष देखने को मिल रहा है। सियासत का समीकरण भी पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है। एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने विधायकों के साथ मिलकर केंद्र के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे वही दूसरी और पंजाब के तीन मंत्रियों पर आधारित कैबिनेट सब कमेटी ने आज 30 किसान संगठनों को बातचीत के लिए फिर बुलाया गया।
इस बैठक का आयोजन किसान भवन में किया जा रहा जहां बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा व सुखबिंदर सिंह सरकारिया के अलावा मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कैप्टन संदीप संधू भी शामिल है। मंत्रियों के साथ बैठक करने के बाद 30 किसान संगठनों की ओर से अपनी अलग बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। इसी बैठक के बाद किसानों द्वारा अगला कदम उठाने पर विचार-विमर्श किया जाना है।
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के कारण पंजाब में सियासत पूरी तरह से गर्मा गई है। किसानों ने भी अपने संघर्ष को तेज करने की चेतावनी दी है। पंजाब में विधान सभा चुनावों को करीब सवा वर्ष बाकी है। परन्तु राज्य में चुनावी सक्रियता अभी से तेज़ हो गई है।