Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Jan, 2018 04:34 PM
अमृतसर-वाघा बाईपास पर स्थित मैरिटोरियस स्कूल की 12वीं कक्षा में पढने वाली छात्रा जैसमीन निवासी जौहल जालंधर ने होस्टल के कमरे में लगे पंखे से लटककर आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसे उपचार के लिए स्थानीय एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
अमृतसर (संजीव): अमृतसर-वाघा बाईपास पर स्थित मैरिटोरियस स्कूल की 12वीं कक्षा में पढने वाली छात्रा जैसमीन निवासी जौहल जालंधर ने होस्टल के कमरे में लगे पंखे से लटककर आत्महत्या करने का प्रयास किया जिसे उपचार के लिए स्थानीय एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
डाक्टरों द्वारा उसकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। फिलहाल जैसमीन द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने के कारण स्पष्ट नहीं हो सके जिस संबंध में थाना कैंटोनमैंट की पुलिस जांच कर रही है। घटना सुबह 6.30 बजे हुई जब होस्टल के अन्य बच्चों ने जैसमीन को पंखे के साथ लटका हुआ देखा तो उन्होंने तुरंत शोर मचाया और होस्टल वार्डन को सूचित किया। स्कूल प्रबंधन द्वारा तुरंत 108 एम्बुलैंस में उसे गुरु नानक देव अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी हालत गंभीर होने पर उसे निजी अस्पताल में रैफर कर दिया गया।
बयानों के उपरांत होगी कार्रवाई : थाना इंचार्ज
थाना कैंटोनमैंट की इंचार्ज इंस्पैक्टर प्रवेश चोपड़ा का कहना है कि छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है जिसके बयानों के उपरांत ही आत्महत्या के कारण स्पष्ट हो सकेंगे। कल जैसमीन का फिजिक्स का पेपर था जिसे लेकर हो सकता है कि वह मानसिक तनाव में हो। पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है और किसी के भी दोषी पाए जाने पर उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रोजैक्ट डायरैक्टर की रिपोर्ट पर होगी कार्रवाई: प्रशांत गोयल
शिक्षा विभाग के डी.जी.एस.ई. प्रशांत गोयल का कहना है कि आज चंडीगढ़ से प्रोजैक्ट डायरैक्टर मि. भुल्लर को स्कूल भेजा गया है जो मामले की पूरी जांच रिपोर्ट उन्हें सौंपेंगे। इस मामले में किसी के भी आरोपी पाए जाने पर शिक्षा विभाग उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेगा।
अमृतसर आकर पता लगा आत्महत्या की कोशिश का : सुरिन्द्र कुमार
जैसमीन के चाचा सुरिन्द्र कुमार का कहना है कि उन्हें सुबह होस्टल वार्डन का फोन आया था कि जैसमीन की हालत गंभीर है। उन्हें तो अमृतसर आकर पता चला कि उसके द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया है। उनकी बच्ची द्वारा कभी भी कोई शिकायत नहीं की गई थी, अब होश में आने के उपरांत ही मामले का पता चला पाएगा।