Edited By Sunita sarangal,Updated: 16 Dec, 2019 12:26 PM
पंजाब का मशहूर गैंगस्टर जेल में बंद होकर भी कई लोगों के लिए सिर दर्द बना हुआ है।
जालंधर(कमलेश): पंजाब का मशहूर गैंगस्टर जेल में बंद होकर भी कई लोगों के लिए सिर दर्द बना हुआ है। कई सालों से पंजाब में उद्योगपतियों के लिए डर का सबब बना हुआ भगवानपुरिया पुलिस की नींद उड़ने का भी कारण बन गया था। उसे गिरफ्तार कर जेल में भेज पुलिस ने चैन की सांस ली थी लेकिन बीते दिनों से भगवानपुरिया सुर्खियों में छाया हुआ है। इसका कारण उसकी जेल में मनाई गई बर्थडे पार्टी थी, जिसे फेसबुक पर लाइव किया गया था। हालांकि जेल में मोबाइल और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कोई नई बात नहीं है लेकिन गुनाह की दुनिया में इस समय जग्गू भगवानपुरिया एक बड़ा नाम बन गया है। विक्की गौंडर के एनकाऊंटर के बाद उसने पंजाब में अपने प्रभाव को बढ़ा लिया है।
जेल में मनाई गई बर्थडे पार्टी के बाद आरोपों का सिलसिला भी शुरू हो गया था जिसमें अकाली नेता मजीठिया ने जेल मंत्री रंधावा पर भगवानपुरिया को संरक्षण देने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद मीडिया के सामने आकर जेल मंत्री ने बयान दिया था कि भगवानपुरिया को संरक्षण देने वाले वह नहीं बल्कि खुद मजीठिया है। मजीठिया ने यह भी आरोप लगाए थे कि भगवानपुरिया ने उन्हें जान से मारने की धमकियां भी दी हैं। आरोपों का यह सिलसिला इस बात को सिद्ध करता है कि कहीं न कहीं गैंगस्टरों को खड़ा करने में राजनीति से जुड़े लोगों का हाथ होने की संभावना होती है।
काहलवां और गौंडर को खौफ का दूसरा नाम बनाने में भी था राजनीतिज्ञों का हाथ
कुछ वर्षों पहले पंजाब में खौफ का दूसरा नाम बने गैंगस्टर सुक्खा काहलवां और विक्की गौंडर को बनाने में कहीं न कहीं राजनीतिज्ञों का हाथ था। इस बात का खुलासा खुद उक्त गैंगस्टरों के परिवार वालों ने मीडिया के सामने किया था। भगवानपुरिया काहलवां का नजदीकी माना जाता था। काहलवां के मारे जाने के बाद गौंडर गैंग ने भगवानपुरिया को भी खत्म करने की पूरी कोशिश की थी। ऐसी ही गैंगवार में भगवानपुरिया के कुछ लोगों को गौंडर गैंग ने मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस द्वारा किए गए गौंडर के एनकाऊंटर के बाद से भगवानपुरिया ने पंजाब में गैंगस्टरों की दुनिया में अपना वर्चस्व बनाना शुरू कर दिया था।
बर्थडे पार्टी लाइव होने के बाद भगवानपुरिया ने जताई थी फेक एनकाऊंटर में मारे जाने की आशंका
भगवानपुरिया ने उसकी बर्थडे पार्टी लाइव होने के बाद फेक एनकाऊंटर में मारे जाने की आशंका जाहिर की थी। इसके लिए उसने हाइकोर्ट को भी अप्रोच किया है और अमृतसर जेल में शिफ्ट कराए जाने की मांग भी की है। इस मामले में कोर्ट ने अगली तारीख 21 जनवरी को तय की है।
कबड्डी खेल को कंट्रोल में करने के भी लगे हैं आरोप
भगवानपुरिया के खिलाफ कबड्डी के इवैंट्स को कंट्रोल करने की कोशिश करने के आरोप भी लग चुके हैं। ऐसे ही एक मामले में नॉर्थ इंडिया सर्कल स्टाइल कबड्डी फैडरेशन ने डी.जी.पी. पंजाब को भगवानपुरिया के खिलाफ शिकायत दी थी कि वह ड्रग मनी का इस्तेमाल कर कबड्डी के इवैंट्स को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस इस मामले की जांच करने में लगी हुई है।