Edited By Subhash Kapoor,Updated: 04 May, 2022 10:46 PM

शहर के रहने वाले व अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट होल्डर वैज्ञानिक डा. बी.एस. औलख की ओर से खोजी गई कोरोना बीमारी की दवा को पंजाब सरकार के आयुर्वेदिक विभाग ने इलाज में उपयोग करने को मंजूरी दे दी है।
लुधियाना (सहगल) : शहर के रहने वाले व अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट होल्डर वैज्ञानिक डा. बी.एस. औलख की ओर से खोजी गई कोरोना बीमारी की दवा को पंजाब सरकार के आयुर्वेदिक विभाग ने इलाज में उपयोग करने को मंजूरी दे दी है। डा. का दावा है कि यह दवा कोरोना वायरस पर कारगर है। सी.एम.सी.एच. में लेक्चरार रह चुके और ग्रेगर मेंडल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च इन जेनेटिक्स के डायरेक्टर डा. बी.एस. औलख ने बुधवार को आयोजित प्रैस कांफ्रैंस के दौरान यह जानकारी दी। औलख ने बताया कि वे अक्सर दवाइयों की खोज करते रहते हैं, जिसके चलते अमेरिका, आस्ट्रेलिया, न्यूजिलैंड, दक्षिणी अफ्रीका व कनाडा आदि देशों की सरकारें उन्हें खोज पेटेंट के खिताब से सम्मानित कर चुकी हैं। मौजूदा दवाई उनकी दूसरी खोज है। यह एक ब्रॉड स्पेक्ट्रम एंटी वायरल ड्रग है, जो कई प्रकार के वायरसों पर प्रभावी असर डालती है। पंजाब सरकार के आयुर्वेदिक विभाग ने इस दवा को कोरोना के मुख्य लक्षणों सूखी खांसी, बुखार, सांस उखडऩा व अंदरूनी अंगों में सूजन के इलाज में इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है।
डा. औलख ने दावा किया कि फेफड़े, दिल, किडनी व दिमाग इत्यादि अंगों में सूजन इस दवा से कंट्रोल की जा सकती है, जिससे कोरोना से होने वाली मौतों की दर में कमी आएगी। ओल्प्रो सौक्शम नामक यह दवा शुद्ध कुदरती जड़ी-बूटियों से तैयार की गई है।
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