Edited By Vatika,Updated: 18 Jun, 2021 01:40 PM

कोरोना महामारी ने रिश्तों में दूरियां बढ़ा दी है और अपनो ने ही अपनों को ठकरा दिया है।
जालंधर (चोपड़ा): कोरोना महामारी ने रिश्तों में दूरियां बढ़ा दी है और अपनो ने ही अपनों को ठकरा दिया है। ऐसा ही एक मामला उस समय प्रकाश में आया, जब सिविल अस्पताल में दाख़िल करवाए कोविड मरीज़ की मौत होने के बाद कोई भी रिश्तेदार पार्थिव शरीर को लेने नहीं पहुंचा। ज़िला प्रशासन ने भी 10 दिनों तक किसी पारिवारिक सदस्य का मृत शरीर पर दावा करने के इंतजार करने के बाद आखिरकार पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करवा दिया।
डिप्टी कमिशनर ने इस संबंधित जानकारी देते बताया कि सिविल अस्पताल में एक कोविड -19 पॉजिटिव मरीज़ को दाख़िल करवाया गया था, जिसकी अगले दिन मौत हो गई। मरीज की पहचान निर्मल सिंह (50) कपूरथला रोड के रूप में हुई थी। उन्होंने बताया कि मरीज़ की मौत के बाद मृतक देह पर दावा करने के लिए कोई भी आगे नहीं आया और अटैंडेंट का फ़ोन नंबर बंद आता रहा। थोरी ने बताया कि पार्थिव शरीर को स्वास्थ्य अथॉरिटी की तरफ से स्थानीय सिविल अस्पताल में डा. कामराज की निगरानी में प्रोटोकोल अनुसार कवर किया गया और फिर संस्कार के लिए श्मशानघाट लाया गया, जहां आधिकारियों की तरफ से एन. जी. ओ. आखिरी उम्मीद के सदस्यों ने अंतिम संस्कार की रस्मों को निभाया।
डिप्टी कमिश्नर ने ज़िला वासियों से अपील की कि जिन व्यक्तियों के संस्कार के लिए कोई परिजन या कोई और आगे नहीं आतो इन हालात में सहायता के लिए प्रशासन के कंट्रोल रूम नंबर 0181-2224417 और 0181-2224848 पर संपर्क किया जा सकता है।