Edited By Vatika,Updated: 16 Nov, 2019 12:42 PM
सिविल अस्पताल की इमरजैंसी जंग का मैदान बन गई, जहां पर गांव तख्तूमाजरा के सरपंच व उसके भाई पर जानलेवा हमला करने के अलावा अस्पताल में खड़ी स्कार्पियों तक को तोड़ डाला गया।
राजपुरा(निर्दोष, चावला): सिविल अस्पताल की इमरजैंसी जंग का मैदान बन गई, जहां पर गांव तख्तूमाजरा के सरपंच व उसके भाई पर जानलेवा हमला करने के अलावा अस्पताल में खड़ी स्कार्पियों तक को तोड़ डाला गया। इस वारदात को देखकर इलाज करवाने वाले मरीजों में भी डर का माहौल देखने को मिल रहा है। पुलिस का कहना है कि बयानों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार गांव तख्तूमाजरा के कांग्रेसी सरपंच हरसंगत सिंह का गांव के कुछ लोगों के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद दोनों पार्टियां खेड़ी गंडिया थाने पहुंची, जहां दोनों पार्टियां फिर उलझ पड़ीं। उक्त मामले की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक बीबी हरप्रीत कौर मुखमैलपुरा भी थाने पहुंच गईं। बताया जाता है कि हरसंगत सिंह के अलावा उसके भाई को चोट लगने के चलते सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच गए। इतना ही नहीं थोड़ी देर में विरोधी पार्टी भी अस्पताल पहुंची और उक्त दोनों पर फिर से जानलेवा हमला कर दिया। इससे अस्पताल में मौजूद मरीजों में डर व दहशत का माहौल पैदा हो गया।
इतना ही नहीं कुछ मरीजों के जानकार दृश्य को देखकर किसी अनहोनी के चलते खिसक गए। सिविल अस्पताल की इमरजैंसी में खून खून दिखाई देने लगा। इतना ही नहीं गुरमीत सिंह की स्कार्पियों की भी तोड़-फोड़ की गई। बताया जाता है कि दोनों भाइयों को घायल करने के बाद आरोपी मौके से फरार होने में सफल हो गए। जबकि दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं। पुलिस का कहना है कि बयानों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।