Edited By Mohit,Updated: 21 Feb, 2020 09:06 PM
पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान ने पंजाब सरकार को...........
चंडीगढ़ः पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान ने पंजाब सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि यदि मौजूदा बजट सत्र के दौरान अमरेंद्र सरकार ने निजी थर्मल प्लांटों के साथ पिछली बादल सरकार के समय किए गए महंगे और घातक बिजली खरीद समझौते (पीपीएज़) रद्द न किए तो 16 मार्च को मुख्यमंत्री के मोती महल का बिजली कनैक्शन काटा जाएगा। इस आशय का फैसला कल देर रात पार्टी की कोर समिति की बैठक में लिया गया।
कोर समिति के चेयरमैन प्रिंसीपल बुद्ध राम और पार्टी प्रधान भगवंत मान के नेतृत्व में हुई इस बैठक में प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा सहित सभी विधायक तथा अन्य नेता मौजूद थे। उन्होंने बताया कि कैप्टन सरकार ने निजी बिजली कंपनियों के साथ बादलों की तरह दलाली निर्धारित कर ली है। इसी लिए तीन साल बीत जाने के बावजूद सरकार ने न तो बिजली कंपनियों का आडिट करवाया न बादलों की तरफ से किए गए महंगे और एक तरफा बिजली खरीद समझौते रद्द किए गए। जबकि 2017 के चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने मैनीफैस्टो में यह लिखित वायदा किया था कि सरकार बनने के तुरंत बाद मंहगे बिजली समझौतों की समीक्षा कर रद्द किए जाएंगे और इनका आडिट करवाया जाएगा।
मान ने कहा कि यदि कैप्टन की सोच लोक हितैषी होती तो वह सरकार बनते ही बिजली माफिया पर नकेल कसते लेकिन ऐसा न कर उन्होंने बिजली कंपनियों के हक में भुगतने के लिए बादलों से भी आगे निकल गए हैं। उनके पास अभी मौका है कि वह इस बजट सत्र के दौरान समझौते रद्द कर लोगों को राहत दिलाएं। यदि ऐसा नहीं करते तो आम आदमी पार्टी 16 मार्च को पहले पावर काम के पटियाला मुख्यालय में बिजली समझौतों की कापियां जलाएगी और फिर मोती महल की तरफ कूच कर मोती महल का बिजली कनैक्शन काटेगी।