Edited By Tania pathak,Updated: 13 Apr, 2021 04:07 PM

दूसरी तरफ उक्त मामले को लेकर तहसीलदार सुरिन्दर सिंह ने सेहत विभाग की टीम को मौके पर बुलाया और उनके साथ बातचीत कर किसान यूनियन के नेताओं को बताया कि...
लहरागागा (गर्ग): गांव कालवनजारा में लगाए गए टीकाकरण कैंप दौरान एक पंचायत सैक्रेटरी और आशा वर्कर की तरफ से मनरेगा मजदूरों का जबरदस्ती टीकाकरण करवाने और गांव में मनरेगा मजदूरों को किसानी धरने में न जाने की गुरु घर में करवाई गई अनाऊंसमैंट का गंभीर नोटिस लेते हुए किसान यूनियन एकता (उगाराहां) की तरफ से आज एस.डी.एम. दफ्तर का घेराव कर स्टाफ को बंधक बनाया गया।
इस अवसर पर भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के ब्लाक प्रधान धर्मेंद्र पिशौर ने बताया कि आशा वर्कर की तरफ से लोगों को किसानी धरनों में न जाने बारे कहा जा रहा है और जबरदस्ती कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके चलते किसान यूनियन एकता (उगाराहां) की तरफ से आशा वर्करों के विरुद्ध लिखित शिकायत भी दी गई है और आज एस.डी.एम. दफ्तर का घेराव कर स्टाफ को बंधक बनाया गया। उन्होंने कहा कि जब तक आशा वर्कर विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाती, यूनियन का धरना जारी रहेगा।
आशा वर्कर ने लिखित माफी मांग कर छुड़वाया पीछा
दूसरी तरफ उक्त मामले को लेकर तहसीलदार सुरिन्दर सिंह ने सेहत विभाग की टीम को मौके पर बुलाया और उनके साथ बातचीत कर किसान यूनियन के नेताओं को बताया कि आशा वर्कर की तरफ से लिखित रूप में माफी मांगी जा चुकी है और विभाग की तरफ से आशा वर्कर विरुद्ध कार्रवाई करने संबंधी उच्च आधिकारियों को लिखा जा चुका है। इसके बाद किसानों द्वारा धरना उठा लिया गया। उक्त मामले पर एस.एच.ओ. मुनक ने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया जिससे स्पष्ट होता कि हैल्थ विभाग की कार्यगुजारी शक के घेरे में है।