Edited By Vatika,Updated: 19 Nov, 2018 04:04 PM
अमृतसर में रविवार को राजासांसी स्थित अदलीवाला गांव में निरंकारी भवन पर में हुए हमले को सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों की मॉक ड्रिल के रूप में भी देख रही है। पिछले महीने जालंधर के थाना मकसूदां और अब निरंकारी भवन पर हमले ने सुरक्षा एजेंसियों को सकते में...
अमृतसर (सोमनाथ): अमृतसर में रविवार को राजासांसी स्थित अदलीवाला गांव में निरंकारी भवन पर में हुए हमले को सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों की मॉक ड्रिल के रूप में भी देख रही हैं। पिछले महीने जालंधर के थाना मकसूदां और अब निरंकारी भवन पर हमले ने सुरक्षा एजेंसियों को सकते में डाल दिया है। क्या कोर्इ आतंकी संगठन पुलिस की ताकत को आजमा रहा है? आशंका यह भी जतार्इ जा रही है कि आने वाले दिनों में कोर्इ बड़ा धमाका हो सकता है।
सूत्रों का कहना है कि इस धमाके में पीछे इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के हैप्पी PHD और लखबीर रोडे का हाथ है। ये दोनों पाकिस्तान में हैं और इस फेडरेशन पर भारत में पाबंदी है। सूत्रों के मुताबिक, इन्होंने पाकिस्तान की आई.आई.एस के साथ मिलकर यह धमाका किया। हालांकि, इस बारे सरकार के किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है। इससे पहले खूंखार आतंकी जाकिर मूसा का हाथ बताया जा रहा था। यह भी कहा जा रहा है कि इस विस्फोट की फंडिंग यू.ए.र्इ. से की गर्इ है। इस काम में आर्इ.एस.आर्इ. की मदद भी ली गर्इ है। सूत्रों ने आगे कहा कि खालिस्तानी गुटों ने भी इसकी फंडिंग में मदद की है।
इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम आतंकियों के मंसूबे को कामयाब नहीं होने देंगे। अपने मीडिया सलाहकार के हवाले से सिंह ने कहा है कि जो भी इस जघन्य घटना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराएगा, उसे सरकार 50 लाख रुपए का इनाम देगी। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार बेहद संवेदनशील है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार द्वारा जारी सूचना में यह भी कहा गया है कि आतंकी घटना में संलिप्त लोगों के बारे में बताने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा। इसके लिए एक मोबाइल नंबर भी दिया गया है, जिसके माध्यम से सूचना पंजाब पुलिस को पहुंचाई जा सकती है।