Edited By Sunita sarangal,Updated: 08 Dec, 2019 09:40 AM
सुरजीत रखड़ा के नेतृत्व में अकाली दल के वफद ने एस.एस.पी. को सौंपे सबूत व वीडियो
पटियाला(जोसन): गांव तख्तूमाजरा की बीबी जागीर कौर की मौत के मामले में पूर्व मंत्री और जिला पटियाला अकाली दल के इंचार्ज सुरजीत सिंह रखड़ा के नेतृत्व में समूह जिले के हलका इंचार्जों और नेताओं के वफद ने एस.एस.पी. पटियाला मनदीप सिंह सिद्धू से मिलकर मांग की है कि तख्तूमाजरा कांड के असली दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए नहीं तो अकाली दल तेज संघर्ष करेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस तख्तूमाजरा में अकाली वर्करों के खिलाफ नाजायज केस दर्ज करके जानबूझ कर सभी परिवारों को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी वीडियो सबूत के तौर पर मौजूद हैं कि अकाली वर्करों को पीटा गया और फिर उनके खिलाफ नाजायज केस बना दिए गए। जागीर कौर के पति के खिलाफ नाजायज केस बनाया गया और सही इलाज न होने के कारण जागीर कौर की मौत हो गई।
उन्होंने एस.एस.पी. को सभी स्थितियों से अवगत करवाकर मांग की कि उच्च स्तरीय जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और अकालियों पर दर्ज नाजायज केस वापस न किए गए तो अकाली दल का एक वफद इस मामले में राज्यपाल से मिलेगा और फिर संघर्ष करेगा। उन्होंने कहा कि आज सभी सबूत समेत वीडियो भी एस.एस.पी. को सौंपी गई हैं। मामला गुरुद्वारा साहिब का है और यहां की वीडियो देख कर सारा सच व झूठ स्पष्ट रूप में सामने आ जाएगा। इस वक्त पूरे पंजाब में जंगल राज है। क्राइम पेशा लोग आम लोगों को पीट रहे हैं, सरेआम अकाली वर्करों के कत्ल हो रहे हैं।
कांग्रेसी मंत्री गुंडागर्दी पर उतरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में तो ऐसे लगता है कि पूरी तरह माफिया अपने पैर पसार चुका है। नशे का दरिया पंजाब में चल रहा है। जब हम कहते हैं कि पंजाब में जंगल राज है तो कांग्रेसी चीखें मारते हैं। अब इनके एस.एच.ओ. भी सरेआम रिश्वत कांड जैसे संगीन जुर्मों में फंस चुके हैं। अब ये बताएं कि जिला पटियाला में कानून कहां है। उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह में तख्तूमाजरा कांड में कार्रवाई न हुई तो तीखा संघर्ष होगा।
वफद में विधायक सनौर हरिन्द्रपाल सिंह चंदूमाजरा, हलका इंचार्ज घनौर हरप्रीत कौर मुखमैलपुर, सतबीर सिंह खटड़ा हलका इंचार्ज पटियाला देहाती, पूर्व चेयरमैन सुरजीत सिंह अबलोवाल, एग्जीक्यूटिव सदस्य जसमेर सिंह लाछडू, सुरजीत सिंह गढ़ी, जरनैल सिंह करतारपुर, सतविन्द्र सिंह टोहड़ा, जसपाल सिंह कल्याण पूर्व चेयरमैन, जसपाल सिंह बिट्टू चड्ढा, इंद्रजीत सिंह रखड़ा, भूपिन्द्र सिंह सेखूपुर आदि मौजूद थे।