Edited By swetha,Updated: 18 Sep, 2019 08:43 AM
पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा के.पी. ने कहा है कि राज्य में हिन्दुओं को आबादी के अनुसार उनका बनता हक मिलना चाहिए, जिससे पार्टी राज्य में और मजबूत होकर सामने आए।
जालंधर(धवन): पंजाब विधानसभा अध्यक्ष राणा के.पी. ने कहा है कि राज्य में हिन्दुओं को आबादी के अनुसार उनका बनता हक मिलना चाहिए, जिससे पार्टी राज्य में और मजबूत होकर सामने आए। विधानसभा अध्यक्ष के.पी. जोकि गत रविवार को जालंधर में आए हुए थे, ने कहा कि हिन्दू की कभी भी उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए। लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि शहरों में हिन्दू वर्ग कांग्रेस से दूर हुआ था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने स्वयं इसका जिक्र अपने बयान में चुनावी नतीजे आने के बाद किया था।
राणा के.पी. ने कहा कि हिन्दू जब भी उपेक्षित महसूस करता है तो वह दूसरी तरफ चले जाता है, इस बात को पार्टी को समझना होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के रि-आर्गेनाइजेशन के बाद से ही राज्य में हिन्दुओं की स्थिति कमजोर होती चली गई। राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक क्षेत्रों में हिन्दू कमजोर हुआ। उन्होंने कहा कि 2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में जिस तरह से हिन्दुओं ने कांग्रेस का साथ दिया था, उसके बाद पार्टी के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि वह हिन्दुओं को पूरा मान-सम्मान प्रदान करे।
राणा के.पी. ने कहा कि भाजपा तो केवल हिन्दू के ऊपर राजनीति करना जानती है। भाजपा के हाथों में हिन्दुओं के हित किसी भी तरह से सुरक्षित नही हैं। संसद तथा विधानसभा व अन्य निर्वाचित संस्थाओं में हिन्दुओं को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व देकर उन्हें आगे लाने की जरूरत है। भाजपा तो अकाली दल की पिछलग्गू पार्टी है। राज्य में जब-जब अकाली दल व भाजपा गठबंधन की सरकार बनी तो उसने हिन्दुओं को कमजोर करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने सुनील जाखड़ को पुन: अध्यक्ष बनाकर हिन्दू के हाथों में पार्टी की कमान पुन: सौंपी है, जोकि एक सही कदम है। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस अपने कार्यकाल में हिन्दुओं को और मजबूती देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी। हिन्दुओं में राष्ट्र प्रेम की भावना केवल भाजपा ने ही पैदा नहीं की है, बल्कि सदियों से हिन्दुओं में राष्ट्र प्रेम की भावना पाई जाती रही है।