Edited By Vatika,Updated: 26 Mar, 2020 10:42 AM
कोरोना वायरस के संक्रमण से नागरिकों को बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आज की गई सख्ती रंग लाई है, लेकिन आम लोगों तक जरूरत के सामान भी नहीं पहुंच रहे।
जालंधर(शैली): कोरोना वायरस के संक्रमण से नागरिकों को बचाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आज की गई सख्ती रंग लाई है, लेकिन आम लोगों तक जरूरत के सामान भी नहीं पहुंच रहे। नई सब्जी मंडी मकसूदां में आम लोगों की भीड़ खत्म करने के लिए जिला प्रशासन ने परचून फडिय़ां बंद करवा दीं और मंडी में आढ़तियों सहित उन सभी परचून सब्जी विक्रेताओं को दाखिल होने दिया गया जिनके पास कर्फ्यू पास उपलब्ध थे।
मंडी गेट पर सुबह रोजाना परचून सब्जी विक्रेताओं को घर-घर जाकर सब्जी सप्लाई हेतु पास दिए जा रहे हैं और अब तक 174 के लगभग परचून सब्जी विक्रेताओं को पास जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि जालंधर में 3 हजार के लगभग परचून सब्जी विक्रेता रिक्शा रेहडिय़ों पर विभिन्न क्षेत्रों में जाकर सब्जी सप्लाई करते हैं लेकिन अब कोरोना वायरस के खौफ कारण परचून सब्जी विक्रेता भी मंडी से मुंह मोड़ रहे हैं जिससे शहर में सब्जी की सप्लाई प्रभावित हो रही है और मंडी से कर्फ्यू पास लेकर सब्जी खरीदने वाले रिटेलर मंडी से निकलते ही बाहर मेन रोड पर सब्जी बेच कर घरों को निकल जाते है जिससे महानगर के प्रत्येक क्षेत्र में सब्जी नहीं पहुंच रही।
कोरोना वायरस के कारण मंडी में आढ़ती कारोबारी भी कारोबार से मुंह मोड़ रहे हैं। मंडी में काम केवल 10 फीसदी रह गया है और ग्राहकों की कमी कारण रोजाना 2 से 5 ट्रक का कारोबार करने वाला आढ़ती रोजाना सिर्फ 100 क्रेट ही बेच पा रहा है, जिससे मंडी में पड़ा माल सड़ रहा है। वहीं, कुछ आढ़तियों ने कहा कि वे नया स्टॉक नहीं मंगवाएंगे, लोग दालें खाने की आदत डालें।