Edited By Sunita sarangal,Updated: 11 Oct, 2019 09:36 AM
पिछली गलतियों से नहीं लिया सबक
जालंधर(खुराना): अकाली-भाजपा कार्यकाल के समय शहर में करोड़ों रुपए का सिटी स्केप प्रोजैक्ट शुरू किया गया था जिसके तहत ठेकेदार ने अत्यंत घटिया तरीके से काम किए। इस प्रोजैक्ट के तहत अत्यंत हल्के स्टैंडर्ड की ट्रैफिक लाइटें लगा दी गईं, जो आज तक चालू नहीं हो पाईं। इसी प्रोजैक्ट के तहत बस अड्डा फ्लाईओवर के ऊपर घटिया क्वालिटी की मैस्टिफ वाली सड़क बनाई गई जो कुछ सप्ताह बाद ही उखड़ गई। ऐसी कई कमियों के कारण सिटी स्केप प्रोजैक्ट रोक दिया गया और बाद में यह मामला अदालत में चला गया जहां आदत के अनुसार निगम ने सही तरीके से पैरवी नहीं की और ठेकेदार को कुछ राहत मिल गई।
पता चला है कि अदालती आदेशों के मद्देनजर नगर निगम प्रशासन ने कुछ महीने पहले गुपचुप तरीके से शहर में सिटी स्केप प्रोजैक्ट दोबारा शुरू कर दिया है, जिसके तहत शहर के कई हिस्सों में साइन बोर्ड लगाने का काम करवाया जा रहा है। खास बात यह है कि इसी प्रोजैक्ट के पहले चरण में जो साइन बोर्ड लगाए गए थे उनमें कई कमियां थीं जिस कारण साइन बोर्ड चोरी भी हुए और जल्दी टूट भी गए। तब भी साइन बोर्डों में कई प्रकार की गलतियां थीं जिस कारण लोग रास्ते को लेकर दुविधा में पड़ जाते थे।
अब निगम ने जो नए साइन बोर्ड लगवाने शुरू किए हैं उनमें भी कई प्रकार की गलतियां पाई जा रही हैं। स्थानीय शास्त्री मार्कीट चौक में विभिन्न रास्तों को दर्शाता एक बोर्ड लगाया गया जिसकी लिखावट तो सही है परंतु संकेतों की डायरैक्शन बिल्कुल गलत है, जिसका दुकानदारों ने विरोध शुरू कर दिया है।