Edited By Urmila,Updated: 03 Nov, 2024 08:55 AM
कोई समय होते था छात्र अध्यापक को अपना गुरु मानता था व उसकी डांट तो क्या मारपीट भी सह लेता था लेकिन आज कल के बच्चों में सहनशीलता इस कदर खत्म हो गई है।
मुल्लांपुर दाखा : कोई समय होते था छात्र अध्यापक को अपना गुरु मानता था व उसकी डांट तो क्या मारपीट भी सह लेता था लेकिन आज कल के बच्चों में सहनशीलता इस कदर खत्म हो गई है कि अगर अध्यापक बच्चों को डांटता है तो बच्चा आगे 20 सवाल करता है। अगर अध्यापक उसके साथ मारपीट करते हैं तो वह फिनाइल पी जाता है। यही ऐसा मामला सामने आया है कि हलका मुल्लांपुर दाखा के एक सरकारी स्कूल का जहां 12वीं कक्षा एक छात्र शरारतें करता था और स्कूल का अनुशासन भंग करके बम चला रहा था तो एक अध्यापक द्वारा ऐसा न करने पर अध्यापकों के साथ तू-तू मैं-मैं पर उतर आया।
वहीं एक अध्यापक ने उसके थप्पड़ जड़ दिया। बस फिर क्या था बच्चा गांव जाकर एक दुकान से फिनाइल की शीशी लेकर आया और गुस्से में आकर उसने पी लिया। उसके साथियों ने उसका पहले सुधार अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे सिविल अस्पताल लुधियाना रैफर कर दिया। बच्चे की हालत अब बिलकुल ठीक है और अपने घर में है और उसे अपनी गलती महसूस करते लिखती समझौता भी कर लिया कि मेरी अध्यापक के खिलाफ कोई शिकायत नहीं। इसकी चर्चा इलाके में खूब चल रही है।
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