Edited By Vatika,Updated: 05 Nov, 2018 04:05 PM
दीवाली का त्यौहार भारत देश का एक बहुत बड़ा त्यौहार है। इस त्यौहार मौके सरकारें भी मुलाजिमों को समय पर वेतन व अन्य तोहफे देती हैं यहां तक कि प्राइवेट कंपनियां भी अपने मुलाजिमों को इस त्यौहार पर बोनस व अन्य तोहफों से नवाजती हैं, परंतु सरकार ने...
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा, खुराना,दर्दी): दीवाली का त्यौहार भारत देश का एक बहुत बड़ा त्यौहार है। इस त्यौहार मौके सरकारें भी मुलाजिमों को समय पर वेतन व अन्य तोहफे देती हैं यहां तक कि प्राइवेट कंपनियां भी अपने मुलाजिमों को इस त्यौहार पर बोनस व अन्य तोहफों से नवाजती हैं, परंतु सरकार ने मुलाजिमों के घरों के दीये भी बुझा दिए हैं।
पंजाब की कांग्रेस सरकार ने 19 माह दौरान मुलाजिमों को एक पैसे की बढ़ौतरी नहीं दी है, उलटा मुलाजिमों से 2400 रुपए अधिक विकास टैक्स के रूप में ले लिए हैं। अस्थायी मुलाजिमों को स्थायी नहीं किया जा रहा है। आज मुलाजिमों ने विधायक/मंत्री के घर तक नारेबाजी करते हुए मार्च किया व दीवाली के त्यौहार पर मिठाई के डिब्बों की बजाय कोयलों के डिब्बे दिए।ठेका मुलाजिम एक्शन कमेटी पंजाब के नेता गुरमीत सिंह व दलजिंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब ठेका मुलाजिमों से मजाक कर रहे हैं व अपने किए वायदों से मुकर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुलाजिमों को स्थायी करने वाले एक्ट में अगर कांग्रेस सरकार ने कोई भी मुलाजिम विरोधी संशोधन किया तो वे उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।मलोट में अजायब सिंह भट्टी के कार्यालय में कोई भी दीवाली का तोहफा कोयलों का डिब्बा लेने नहीं आया तो उनकी कुर्सी को ही यह विशेष दीवाली का तोहफा दे दिया गया, जबकि मुक्तसर में राजा वड़िंग ने यूनियन का स्वागत किया। उन्होंने कोयलों का डिब्बा स्वीकार कर लिया।