Edited By Vatika,Updated: 28 Jul, 2025 04:26 PM

गलत नीति’ के खिलाफ हर तरह के संघर्ष में शामिल होने का ऐलान किया।
रूपनगर (विजय): पंजाब मोर्चा के संयोजक गौरव राणा ने रूपनगर के सात गांवों की जमीनों को हड़पने के लिए जबरन लागू की जा रही लैंड पूलिंग नीति के खिलाफ किसानों के पक्ष में आवाज उठाई। उन्होंने गांव गुरदासपुरा में ग्राम प्रधानों, पंचायतों और किसानों को संबोधित करते हुए पंजाब सरकार पर जमकर हमला बोला।
राणा ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों और आम लोगों की भावनाओं के खिलाफ लैंड पूलिंग नीति लाकर कृषि कानूनों की तरह ही एक बड़ी भूल की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पंजाब के मुख्य सचिव, रूपनगर के विधायक और रूपनगर के डी.सी. 7 दिनों के भीतर इस नीति को रूपनगर जिले से रद्द नहीं करते हैं, तो किसान आंदोलन की तर्ज पर एक बड़ा जन आंदोलन छेड़ा जाएगा। इसमें अमितोज मान, लक्खा सिधाना और पंजाब के हितों के लिए संघर्ष करने वाले अन्य नेता भी शामिल होंगे, ताकि प्रभावित गांवों के किसानों को इस ‘त्रासदी’ से बचाया जा सके।
गौरव राणा ने आरोप लगाया कि ‘दिल्ली से लाई गई नीति के तहत पंजाबियों के साथ धोखा किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा कि आज पंजाब में सरकारी नौकरियों में बाहरी राज्यों के लोगों को प्राथमिकता मिल रही है, जिसका कारण सरकार की गलत नीतियां हैं। उन्होंने सभा में इस संबंध में विस्तृत आंकड़े भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर सेवानिवृत्त अधिकारी गुरबचन सिंह बैंस और अन्य नेताओं ने भी सरकार की इस ‘गलत नीति’ के खिलाफ हर तरह के संघर्ष में शामिल होने का ऐलान किया। बैठक में सेवानिवृत्त डी.एफ.सी. भजन सिंह, सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी जसवीर सिंह, ट्रांसपोर्ट यूनियन के नेता सुरिंदर सिंह रोपड़, हरप्रीत सिंह, कृष्ण कुमार, बलबीर खान, केशव कुमार, सुनील कुमार, बलराम, बिंदर, सुमित और कई अन्य किसान नेता उपस्थित थे।