Edited By swetha,Updated: 23 Sep, 2019 10:01 AM
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का पंजाबी गीत ‘जट्टी ज्यौणे मौड़ दी बंदूक वरगी’ का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि दूसरी तरफ प्रसिद्ध गायक गुरदास मान ने ङ्क्षहदी को मातृभाषा का दर्जा देकर उसे प्रोमोट करने का यत्न कर दिया है।
मानसा(मित्तल): पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला का पंजाबी गीत ‘जट्टी ज्यौणे मौड़ दी बंदूक वरगी’ का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि दूसरी तरफ प्रसिद्ध गायक गुरदास मान ने ङ्क्षहदी को मातृभाषा का दर्जा देकर उसे प्रोमोट करने का यत्न कर दिया है।
कनाडा में रहते पंजाबियों ने इसका विरोध किया। उनके हाथों में पोस्टर पकड़े हुए थे, जिन पर पंजाबी का गद्दार गुरदास मान और कई अन्य नारे लिखे हुए थे। गुरदास मान ने कनाडा के एक रेडियो में इंटरव्यू में कहा कि एक राष्ट्र-एक भाषा के तहत हमारे देश में ङ्क्षहदी होनी चाहिए जिस तरह दूसरे देशों में एक भाषा लागू है। उनके इंटरव्यू के विरोध में पंजाबी को प्यार करने वाले लोगों में सोशल मीडिया पर बड़े स्तर पर रोष पाया जा रहा है, वहीं कैनेडा में हो रहे गुरदास के प्रोग्राम की पंजाबियों ने टिकटें भी फाड़ दीं।