Edited By Tania pathak,Updated: 21 Oct, 2020 04:58 PM
उसकी गर्भवती पत्नी कुलदीप कौर की हालत बहुत ज़्यादा ख़राब थी, जिस के चलते सुबह 4 बजे वह उसे सरकारी अस्पताल...
तरनतारन (रमन): तरनतारन में सेहत विभाग की नालायकी के कारण दर्द के साथ तड़प रही गर्भवती महिला की तरफ से अस्पताल के मुख्य गेट पर ही बच्चे को जन्म देने का मामला सामने आया है। मीडिया की तरफ से मामला अस्पताल प्रशासन के ध्यान में लाने उपरांत जांच के लिए तीन सदस्यता बोर्ड की टीम गठित कर दी गई है, जो दो दिनों में अपनी रिपोर्ट एसएमओ को सौंपेगी। ज़िक्रयोग्य है कि मां और बच्चा वार्ड में मौजूद स्टाफ ने महिला की देखरेख करने के लिए गरीब पति से 300 रुपए तक वसूल कर लिए।
इस संबंधी जानकारी देते हुए भाग सिंह पुत्र सरूप सिंह निवासी गांव शेरों ने बताया कि उसकी गर्भवती पत्नी कुलदीप कौर की हालत बहुत ज़्यादा ख़राब थी, जिस के चलते सुबह 4 बजे वह उसे सरकारी अस्पताल तरनतारन लेकर आया। उसने सरकारी अस्पताल की जच्चा-बच्चा वार्ड में मौजूद स्टाफ नर्स और माहिर डाक्टर को सारी जानकारी दी, जिसके बाद स्टाफ नर्स ने उनको अमृतसर अस्पताल से इलाज करवाने संबंधी रैफर करने की बात कहते हुए वापस भेज दिया।
भाग सिंह ने बताया कि वह मजबूर होकर अपनी गर्भवती पत्नी और बच्चों को तीन मंजिल इमारत पर स्थित जच्चा-बच्चा वार्ड से सीढ़ियों के जरिए जमीनी मंजिल तक हताश होकर पहुंच गया। इसके बाद उसे कोई भी एंबुलेंस की मदद नहीं दी गई, जिस कारण वह अपनी दर्द से तड़प रही पत्नी के साथ अस्पताल के मुख्य गेट पर किसी वाहन का इंतज़ार करने लगा। इसी दौरान दर्द के साथ तड़प रही उसकी पत्नी ने अस्पताल के मेन गेट पर रास्ते के बीच ही एक बेटी को जन्म दे दिया। इस दौरान आस-पास के लोगों ने मदद करते हुए महिला और नवजन्मी बच्ची को अस्पताल में दाख़िल करवाया। भाग सिंह ने आरोप लगाया कि स्टाफ की तरफ से उसकी पत्नी की साफ़ -सफ़ाई के लिए 300 रुपए ले लिए गए।
इस संबंधी सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. रोहित मेहता ने बताया कि इस केस संबंधी हुई लापरवाही की जांच के लिए तीन सदस्यता डाक्टरों का बोर्ड तैयार कर दिया गया है, जो दो दिनों में अपनी सारी रिपोर्ट उन को सौपेंगा। जिसके बाद बनती आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।