Edited By Vatika,Updated: 14 Dec, 2024 12:45 PM
इसके बावजूद पी.जी. आई. में मरीजों की बढ़ती संख्या परेशानी बनी हुई है।
चंडीगढ़: रैफरल अस्पताल की वजह से पी.जी.आई. में दूर दराज से मरीज रैफर किए जाते हैं। पी.जी. आई. कुछ सालों से नए सैंटर बना रहा है, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके। इसके बावजूद पी.जी. आई. में मरीजों की बढ़ती संख्या परेशानी बनी हुई है।
आंकड़े देखें तो पी.जी.आई. में सबसे ज्यादा पंजाब के मरीज आते हैं। साल 2023 से 2024 की वित्तीय रिपोर्ट देखें तो पंजाब से 10 लाख से ज्यादा मरीज ओपीडी में इलाज करवा चुके हैं, जबकि पंजाब के बाद इस लिस्ट में हरियाणा का नंबर आता है। इसके बाद चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश का नंबर आता है। पी. जी.आई. काफी वक्त से कोशिश कर रहा है कि दूसरे राज्यों में भी बेहतर सुविधाएं शुरू हो, ताकि बोझ कम हो। पंजाब की बात करें तो इसी साल संगरूर सैटेलाइट सेंटर की शुरूआत हुई है। हालांकि पी.जी. आई. प्रशासन का मानना है कि सेंटर अभी शुरू हुआ है। ऐसे में मरीजों की संख्या में ज्यादा कमी अभी नहीं देखी जा सकती हैं, लेकिन आने वाले वक्त में संख्या में जरूर फर्क देखा जा सकता है।
फरवरी में ही शुरू हुआ था संगरूर सैटेलाइट सेंटर
संगरूर सैटेलाइट सेंटर का उद्घाटन फरवरी में हुआ था। इसका मकसद पी.जी.आई. में मरीजों के बढ़ते को बोझ को कम करना और मरीजों को आसपास इलाज देना था। हालांकि सेंटर को शुरू हुए कम वक्त हुआ है, लेकिन ओ.पी.डी. नंबर 600 तक पहुंच गया है। क्लीनिकल ऑन्कोलॉजी विभाग भी हालही में शुरू हुआ है। संगरूर सैटेलाइट सेंटर पी.जी.आई. की योजना में एक बड़ा हिस्सा रहा है, ताकि पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू कश्मीर और यूपी से आने वाले मरीजों को काफी मदद मिले।
2023 से 2024 की वित्तीय वर्ष में किन किन राज्यों
पंजाब
1025756 (37.8%)
हरियाणा
463617 (17.1%)
चंडीगढ़
463 550 (17.1%)
हिमाचल
372096 (13.7%)
उत्तर प्रदेश
144149 (5.3%)
जम्मू-कश्मीर
87268 (3.2%)
उत्तराखंड
29774 (1.1%)
अन्य
126430 (4.7%)