Edited By Vatika,Updated: 11 Mar, 2025 02:17 PM

चंडीगढ़ प्रशासन ने वर्ष 2025-26 के लिए नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है।
चंडीगढ़: चंडीगढ़ प्रशासन ने वर्ष 2025-26 के लिए नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है। नई आबकारी नीति के तहत वर्ष 2025-26 में शराब के दाम नहीं बढ़ेंगे। सस्ती शराब बेचने और तस्करी करने वाले ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया गया है। सस्ती शराब बेचने पर तीन दिन के लिए ठेका सील कर दिया जाएगा। शराब की तस्करी या मिलावट करते पकड़े जाने पर लाइसैंस रद्द कर दिया जाएगा, जिसे पुनः जारी नहीं किया जाएगा। चंडीगढ़ में 97 साइट्स की नीलामी की जाएगी और एक साइट ही मिलेगी। साइट के लिए ई-नीलामी 13 मार्च से शुरू होगी।
मांग देख बढ़ाया जा सकेगा देसी-विदेशी शराब का कोटा
हालांकि शराब का कोटा नहीं बढ़ाया गया है, लेकिन देसी व विदेशी शराब के कोटे में मामले में वृद्धि कर दी गई है। वहीं, देसी व विदेशी शराब की मांग को देखते कोटा और बढ़ाया जा सकता है। नीलामी में शिरकत करने के लिए 200000 रुपए की राशि सिक्योरिटी के रूप में जमा करनी होगी। नई आबकारी नीति का उद्देश्य उपभोक्ताओं, निर्माताओं, थोक विक्रेताओं, खुदरा विक्रेताओं और सरकार की आकांक्षाओं को संतुलित करना है। हितधारकों की सुविधा और लेबल/ब्रांड पंजीकरण के अनुमोदन में समय को कम करने के लिए पहले से स्वीकृत लेबलों की स्वतः मंजूरी को ऑनलाइन रखा गया है। एक ही व्यक्ति/संस्था/कंपनी/फर्म के तहत उचित स्टाक हस्तांतरण शुल्क के साथ पंजीकृत दो बैंडर्स के बीच स्टॉक की अदला बदली हो सकेगी। देसी और आयातित विदेशी शराब का कोटा क्षेत्र के अनुसार और खपत को ध्यान में रखते हुए अधिक तर्कसंगत बनाया गया है।
3 साल से सिर्फ 97 ठेकों की नीलामी, फिर भी नहीं बिक रहे
चंडीगढ़ में शराब के ठेके लगातार कम होने के बावजूद नहीं बिक पा रहे हैं। पिछले साल 97 ठेकों की नीलामी रखी गई, लेकिन जुलाई माह तक चली नीलामी के बाद भी सभी नहीं बिके थे। पिछले साल सबसे कम रिजर्व प्राइस एक करोड़ 60 लाख रखा गया था और वो ठेका एक करोड़ 81 लाख में बिका था 18 करोड़ 32 लाख के सबसे महंगे रिजर्व प्राइस वाला ठेका 9 करोड़ 17 लाख में बिका था।
20 राऊंड के बाद भी आधे बिके
2023-24 के लिए हुई ठेकों की नीलामी के लिए एक्साइज डिपार्टमेंट ने 97 ही ठेकों की नीलामी तय की। इस नीलामी में बहुत ज्यादा रिजर्व प्राइज रखे जाने की वजह से डिपार्टमेंट को ठेके बेचने में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। हालत ये रहे कि 20 दौर की नीलामी के बाद भी डिपार्टमेंट 97 में से आधे ठेके भी नीलाम नहीं कर पाया। 46 ठेके ही नीलाम हुआ।
2022-23 में मिला था अच्छा रिस्पांस
महामारी के बाद एक्साइज डिपार्टमेंट को शराब के ठेके की नीलामी में अच्छा रिस्पांस मिला। उस साल विभाग 96 में से 93 ठेके नीलाम करने में सफल रहा। हालांकि तब भी 7 राउंड तक नीलामी चली थी। उस साल रिजर्व प्राइज भी बेहद ज्यादा 3 से 15 करोड़ के बीच था लेकिन महामारी की वजहसे पिछले दो बरसों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए महंगे रिजर्व प्राइस के बावजूद अच्छा रिस्पांस मिला था।