Edited By Vaneet,Updated: 18 Sep, 2020 01:51 PM
कृषि ओडीनैंस ने जहां पूरे देश का पारा बढ़ाया हुआ है, वहीं देशभर के किसान सड़कों पर उतर आए हैं। इस सभी
जालंधर/अमृतसर(वैब डैस्क): कृषि ओडीनैंस ने जहां पूरे देश का पारा बढ़ाया हुआ है, वहीं देशभर के किसान सड़कों पर उतर आए हैं। इस सभी घटनाक्रम पर चुप्पी धारी बैठे नवजोत सिद्धू भी आखिर बोल ही पड़े हैं। अब जब अकाली दल ने अपना स्टैंड स्पष्ट करते हुए हरसिमरत कौर बादल का भी केंद्रीय मंत्रालय से इस्तीफा दवा दिया है। इस ओर्डीनैंस के पास होने के बाद नवजोत सिद्धू ने भी सरकार पर धावा बोल दिया है। सबसे ज्यादा बोलने वाले सिद्धू इस दौरान पंजाब के सबसे बड़े मसले से भी दूर रहे परन्तु अब जब खेती ओर्डीनैंस संसद में पास हो चुका है तो सिद्धू भी बोल पड़े हैं। लगभग 14 महीनों बाद अपने ट्विटर अकाउंट का प्रयोग करते सिद्धू ने दो टवीट किए।
सरकार पर हमला बोलते सिद्धू ने कहा कि सरकारें तमाम उम्र यही भूल करती रही, धूल उनके चेहरे पर थी, आइना साफ करती रही। जबकि दूसरी पोस्ट में उन्होंने लिखा कि किसानी पंजाब की रूह, शरीर के घाव (जख्म) भर जाते हैं, परन्तु आत्मा पर वार, हमारे अस्तित्व पर हमला बदर्शत नहीं। जंग की तूती बोलती है- इंकलाब जिंदाबाद, पंजाब, पंजाबियत और हर पंजाबी किसानों के साथ। इसके साथ उन्होंने एक तस्वीर भी सांझी की जिस पर लिखा...किसान हमारा मान, किसान हमारी पहचान, किसान हमारी पगड़ी।
इस पोस्ट के द्वारा सिद्धू ने किसानों के साथ खड़े होने का दम भरा है। पंजाब कांग्रेस पहले ही इस ओर्डीनैंस के खिलाफ अपना विरोध जताती आ रही है परन्तु सिद्धू इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले और अब दो पोस्टें अपलोड कर उन्होंने इंकलाब की बात की है। पंजाब क्या देश का किसान सड़कों पर है परन्तु कृषि ओर्डीनैंस को पास होने से कोई रोक नहीं सका। फिलहाल कृषि ओर्डीनैंस को लेकर घमासान अभी भी जारी है। अकाली दल ने इसके खिलाफ सख्त स्टैंड लिया है और हरसिमरत बादल ने इसको लेकर केंद्रीय मंत्रालय के पद से इस्तीफा दे दिया है। अब देखना होगा कि इससे आगे राजनीति किसानों को क्या रंग दिखाती है।