Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jun, 2017 02:24 PM
गत दिवस कपूरथला जेल में नौजवान युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में मृतक की माता व पत्नी ने प्रशासन को
फिल्लौर (भाखड़ी): गत दिवस कपूरथला जेल में नौजवान युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में मृतक की माता व पत्नी ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आरोपी पुलिस वालों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो वह तब तक अमरण अनशन पर बैठेंगी जब तक उनके प्राण नहीं निकल जाते। अपने निवास पर पत्रकार सम्मेलन में मृतक राम लुभाया की वृद्ध माता पालो व उसकी विधवा पत्नी मनी ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश में चलाई गई नशा छुड़ाओ मुहिम का पुलिस गलत प्रयोग कर रही है।
स्थानीय पुलिस आज तक एक भी बड़े तस्कर को पकड़ नहीं पाई जबकि गरीब परिवार के लड़के जो नशों का सेवन करते हैं, उनका उपचार करवाकर उन्हें सही दिशा में लाने की बजाय उन्हें पकड़ कर उनके साथ मारपीट कर धक्के से तस्कर बना जेलों में फैंक रही है। ऐसा ही उसके बेटे के साथ हुआ जिसे पुलिस की धक्केशाही के चलते जान से हाथ धोना पड़ा। मृतक की पत्नी मनी ने बताया कि उसका पति चूरा-पोस्त का आदी था और मजदूरी कर महीने में 1500 रुपए की पोस्त खरीदकर उसका सेवन करता था। गत दिवस 9 जून को जब वह घर से प्रात: 10 बजे 1 लाख रुपए की कमेटी लेने स्कूटरी पर निकला तो पुलिस उसे पकड़ कर थाने ले गई जहां पहले उससे बुरी तरह से मारपीट की गई जब उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई तो 10 जून को पुलिस ने उस पर 5 किलो चूरा-पोस्त का मुकद्दमा डाल कर उसे जेल में फैंक दिया।
जहां जेल अधिकारियों ने भी उसकी कोई सुध नहीं ली और गत दिवस उन्हें घर से कपूरथला बुला कर उसके नौजवान पति की लाश उनके हवाले कर दी और उन्हें यह कह कर वापस भेज दिया कि उसकी यहां आने के बाद मृत्यु हो गई। अगर प्रशासन उन्हें न्याय दिलवाना चाहता तो बाकायदा डाक्टरों का पैनल बैठा कर उसका पोस्टमार्टम करवाते जिससे असलियत उनके सामने आती। स्थानीय पुलिस ने उसके पति को तस्कर बनाने के लिए उसके साथ बुरी तरह मारपीट की और जेल के अधिकारियों ने उसकी गंभीर हालत के बावजूद उसे अस्पताल नहीं दाखिल करवाया। ये सभी पुलिस अधिकारी उसके पति की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। शहर की समाज सेवी संस्था ने परिवार के लोगों को कानूनी लड़ाई लडऩे के लिए हर प्रकार की मदद करने का भरोसा दिलवाया।