Edited By Subhash Kapoor,Updated: 11 Dec, 2025 08:20 PM

ड्रग तस्करी को हमेशा सड़क के गुंडों और पैडलरों से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन ईडी की हालिया कार्रवाई ने इस धारणा को पूरी तरह बदल दिया है। इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) जालंधर ज़ोन ने ड्रग तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के नेटवर्क पर बड़ा शिकंजा कसते हुए...
जालंधर : ड्रग तस्करी को हमेशा सड़क के गुंडों और पैडलरों से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन ईडी की हालिया कार्रवाई ने इस धारणा को पूरी तरह बदल दिया है। इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) जालंधर ज़ोन ने ड्रग तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के नेटवर्क पर बड़ा शिकंजा कसते हुए जालंधर के एक मेडिकल व्यापारी को गिरफ्तार किया है। मनी लॉन्ड्रिंग के तहत गिरफ्तार किए गए मेडिकल व्यापारी अभिषेक कुमार ने एक ऐसा नेटवर्क सामने लाया है, जो दिखने में सफेदपोश और कानूनी कारोबार करने वाला नजर आता था, लेकिन पर्दे के पीछे करोड़ों की नशे की सप्लाई चेन चला रहा था।
ईडी के मुताबिक आरोपी ट्रामाडोल और एल्प्राजोलम जैसी साइकोट्रॉपिक दवाएं कंपनियों से वैलिड खरीद के नाम पर लेता था, लेकिन असल में इन्हें ब्लैक मार्केट में भेजा जाता था। ईडी की 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी में कई दस्तावेज मिले, जिनसे पता चला कि पूरा रैकेट कागज़ों पर सब कुछ सही दिखाता था—लेकिन असल में स्टॉक का बड़ा हिस्सा सीधे पैडलरों तक भेजा जाता था।
ईडी ने 3.75 करोड़ रुपये की अनियमितता का दावा किया है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह केवल शुरुआती आंकड़ा है। जांच में सामने आया तरीका बताता है कि असली रकम कई गुना अधिक हो सकती है, जो धीरे-धीरे सामने आएगी।