Edited By Kamini,Updated: 03 Feb, 2022 06:36 PM

चुनाव से पहले राजनीतिक नेताओं द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए अलग-अलग जगहों पर नींव पथर रखे जाते हैं। लेकिन.........
बठिंडा : चुनाव से पहले राजनीतिक नेताओं द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए अलग-अलग जगहों पर नींव पथर रखे जाते हैं। लेकिन शायद ही ये नेता नींव पत्थर रखने के बाद उस तरफ दोबारा देखते भी हों। यही कारण है कि बाद भी ये नींव के पत्थर ही बने रहते हैं, ये किसी भी इमारत का रूप नहीं लेते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण बठिंडा के अब्लू गांव में देखने को मिला, जहां सरकारों द्वारा छोड़े गए अधूरे काम देखे जा सकते हैं। बेशक आज भी राजनीतिक दलों के नेता लोगों से बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं लेकिन उससे पहले अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह की बात करें तो 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान वह घर-घर जाकर रोजगार, नशा खत्म करने व अन्य कई वादे किए गए थे।
ऐसा ही एक वादा कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 46 साल पहले क्षेत्र की जनता से किया था, उस समय ज्ञानी जैल सिंह मुख्यमंत्री थे। वादे के मुताबिक उन्होंने 1975 में अब्लू गांव में खालसा कॉलेज का नींव पत्थर रखा था परन्तु आज भी यह सिर्फ नींव पत्थर ही है कोई कॉलेज नहीं बन सका। हालांकि बठिंडा में एक सरकारी राजिंद्र कॉलेज है, लेकिन यह क्षेत्र शिक्षा के मामले में हमेशा पिछड़ा हुआ है। समय की आवश्यकता को देखते हुए 1975 में इसका नींव पत्थर किया गया था लेकिन यहां इसके अलावा कुछ नहीं हो सका। यह सरकारों द्वारा किए गए झूठे वादों का जीता जागता उदाहरण है।
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