राजनीति में हिस्सा लेने पर जानें क्या बोले लौंगोवाल

Edited By Vaneet,Updated: 23 Jan, 2020 06:33 PM

learn what longowal said about participating in politics

शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दोनों ही संस्थाएं सिखों की नुमायंदा जमातें....

लौंगोवाल(वशिष्ठ ): शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी दोनों ही संस्थाएं सिखों की नुमायंदा जमातें हैं। हमारा धर्म और राजनीति सांझी है। इसलिए मेरे द्वारा राजनीतिक सरगर्मियों में हिस्सा लेना या बयानबाजी करना कोई गैर वाजिब नहीं। यह बात शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल ने उस समय पर कही जब पत्रकारों ने पूछा कि एक धार्मिक नेता को क्या सक्रिय राजनीति में हिस्सा लेना चाहिए या नहीं। उन्होंने कहा कि छठे पातशाह श्री हरगोबिन्द साहिब जी ने अकाल तख्त की स्थापना की, सिखों को मीरी पीरी का सिद्धांत दिया और हमें संत सिपाही का रुतबा बक्शा। 

भाई लौंगोवाल ने कहा कि जत्थेदार खड़क सिंह, मास्टर तारा सिंह और गुरचरन सिंह टौहड़ा शिरोमणि कमेटी के प्रधान होते राजनीति में भी सक्रिय रहे हैं और उन्होंने सिख पंथ की चढ़ती कला के लिए काम किए। दिल्ली में अकाली भाजपा गठजोड़ टूटने पर भाई लौंगोवाल ने कहा शिरोमणि अकाली दल ने हमेशा ही सिद्धांतों की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल में किसी धर्म को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम नागरिकता संशोधन बिल के हक में हैं जिसके साथ बाहरले सिखों हिंदुओं और अन्य धर्मों के लोगों को भारत में नागरिकता मिल सकेगी।

एस.जी.पी.सी प्रधान ने कहा कि यह मांग तो हम बहुत लम्बे समय से लगातार करते आ रहे हैं। परन्तु इसमें जो मुसलमान भाईचारे को घेरे अंदर नहीं रखा जा रहा हम इसके पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकता जाति पात या धर्म के आधार पर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री गुरू नानक देव जी के सरबत के भले वाले सिद्धांत को मुख्य रखते ही हम समूचे धर्मों के लोगों को नागरिकता देने की मांग कर रहे हैं। भाई लौंगोंवाल ने कहा कि हमें इस बात का कोई दुख नहीं कि सिद्धांतों पर पहरा देते हमें दिल्ली में विधानसभा मतदान से किनारा करना पड़ा है। परन्तु शिरोमणि अकाली दल अपने स्टैंड और पूरी तरह दृढ़ है।

जब उन को पूछा कि 2 फरवरी की संगरूर रैली सम्बन्धी हो रही मीटिंगों में कैप्टन सरकार को कम और ढींडसा परिवार को अधिक क्यों निंदित जा रहा है। इसके जवाब में भाई लौंगोवाल ने कहा कि यह रैली कैप्टन सरकार की घटिया नीतियों के साथ साथ ढींडसा पिता-पुत्र के खिलाफ भी है। क्योंकि उन्होंने कई दशकों से शिरोमणि अकाली दल का जिला संगरूर और बरनाला में बड़ा नुक्सान किया है। उन्होंने कहा कि 2 फरवरी को विरोधियों के सब भरम दूर हो जाएंगे।
 

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