Edited By Tania pathak,Updated: 06 Feb, 2021 06:04 PM

पिछले कई महीनों से धरने पर बैठे किसान कृषि क़ानून को लेकर अपनी मांगों पर अड़े हुए है।...
पंजाब: पिछले कई महीनों से धरने पर बैठे किसान कृषि क़ानून को लेकर अपनी मांगों पर अड़े हुए है। अभी हाल ही में उसी के चलते 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड ने हिंसक रूप धारण कर लिया था। जिसके बाद से ही लोगों की तरफ से कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है। गणतंत्र दिवस की हिंसा को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से कई लोग भी गिरफ्तार किए है जिसके किसान संगठन आलोचना कर रहे है। ऐसे में किसानों के समर्थन में कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए स्वेच्छा से वकील उस घटना के सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिप ढूंढने और स्टडी करने में व्यस्त हैं।
इसी संबंध में पंजाब मानवाधिकार संगठन (PHRO) ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से भी संपर्क किया है। पुलिस थानों में उन्होंने उन सभी कैमरों की सीसीटीवी फुटेज की मांग की है जहां गणतंत्र दिवस की हिंसा से संबंधित एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी।
इस बारे में PHRO के वकील ने बताया कि ट्रैक्टर परेड मार्ग के विभिन्न स्थानों से लगभग 1,200 वीडियो क्लिप और सीसीटीवी फुटेज इक्कठे किए गए है। इस बारे में उन्होंने जनता से भी अपील की है कि अगर किसी के पास कोई सबूत या कोई प्रमाण है जो इस घटना को साफ़ कर सके तो जरूर सामने लाए। गौरतलब है कि बीते दिनों दिल्ली की सड़कों पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के चलते के चलते कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था।