Edited By Kalash,Updated: 08 Oct, 2024 02:35 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की धर्म प्रचार कमेटी, सिख इतिहास रिसर्च बोर्ड और शिक्षा कमेटी की अलग-अलग 3 अहम बैठकें शिरोमणि कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के नेतृत्व में श्री गुरु रामदास यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस श्री अमृतसर में हुई।
अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की धर्म प्रचार कमेटी, सिख इतिहास रिसर्च बोर्ड और शिक्षा कमेटी की अलग-अलग 3 अहम बैठकें शिरोमणि कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के नेतृत्व में श्री गुरु रामदास यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस श्री अमृतसर में हुई। इस दौरान सिखी के प्रचार-प्रसार की रूपरेखा के साथ-साथ सिख साहित्य की नई प्रकाशनों और शिक्षण संस्थानों के मुद्दों पर चर्चा की गई।
शिरोमणि कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने बताया कि सचखंड श्री दरबार साहिब (Sri Darbar Sahib) सहित अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में संगत द्वारा श्रद्धा और सम्मान के तौर पर बड़ी संख्या में रुमाला साहिब भेंट किए जाते हैं पर अकसर ही उनकी गुणवत्ता और मानक ठीक नहीं होता। इसके साथ ही इनकी संभाल में भी बड़ी समस्या आती है। इसके मद्देनजर चर्चा के बाद यह फैसला किया गया है कि गुरुद्वारा साहिब के अंदर विशेष काउंटर स्थापित किए जाएंगे। यहां संगत रुमाला साहिब के लिए भेंट जमा करवा सकेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि सिरोपा का उपयोग इसकी भावना और धार्मिक महत्व के अनुसार सुनिश्चित बनाने के लिए बीते समय में शुरू किए गए प्रयासों को और बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा। इसे केवल धार्मिक और पंथक शख्सियतों तक ही सीमित किया जाएगा। एडवोकेट धामी ने अन्य फैसलों के बारे में बताया कि माता गुजर कौर जी की 400वीं जन्म शताब्दी इस वर्ष 22 नवंबर को गुरुद्वारा गंगसर साहिब करतारपुर जालंधर में पंथक जाहो-जलाल से मनाई जाएगी।
धर्म प्रचार समिति की बैठक में विभिन्न ई-कॉमर्स वेबसाइटों और ऐप्स पर पावन गुरबानी के गुटका साहिब की ऑनलाइन बिक्री का भी सख्त नोटिस लेकर इस पर पूर्ण पाबंदी लगाने का प्रस्ताव पास किया गया। एडवोकेट धामी ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है क्योंकि इससे गुरबानी की मर्यादा और सम्मान को ठेस पहुंच रही है।
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