Edited By Vatika,Updated: 27 Jun, 2020 12:45 PM
जग बाणी/पंजाब केसरी की खबर का असर उस समय देखने को मिला जब प्रबंधकों की तरफ से श्री हरिमंदिर साहिब में दर्शनीय डियोडी के अंदर तीसरी लाइन
अमृतसर (अमृतसर): जग बाणी/पंजाब केसरी की खबर का असर उस समय देखने को मिला जब प्रबंधकों की तरफ से श्री हरिमंदिर साहिब में दर्शनीय डियोडी के अंदर तीसरी लाइन लगाई गई। उल्लेखनीय है कि गत दिवस श्री हरिमंदिर साहिब अंदर दर्शन करने आईं संगत के लिए कल 2 लाइनें ही बनाई गई थीं और तीसरी लाइन बंद कर दी गई थी। इसका संगत द्वारा ऐतराज किया गया था। इस कारण संबंधित अधिकारियों के साथ बातचीत करके खबर प्रकाशित की गई थी, जिस पर तुरंत असर करते अधिकारियों द्वारा आज दोनों जंगलो के बीच संगत के दर्शन करने के लिए तीसरी लाइन भी शुरू कर दी गई है।
श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा सारा दिन बहाल रही
इस दौरान श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा संगत और ड्यूटी सेवकों ने सारा दिन बहाल रखी। अमृत समय से किवाड़ खुलते रागी सिंहों द्वारा कीर्तन की आरंभता की गई। श्री अकाल तख्त साहिब से सुनहरी पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का स्वरूप सुशोभित करके श्री हरिमंदिर साहिब अंदर प्रकाशोमान किया गया। सारा दिन अलग-अलग रागी जत्थों ने इलाही बाणी के कीर्तन कर संगत को निहाल किया और रात के समय पालकी साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप सुशोभित करके श्री अकाल तख्त साहिब के सुखआसन साहिब वाले स्थान पर बिराजमान कर दिया गया और संगत तीन पहरों की सेवा में जुड़ गई।
दमदमी टकसाल के प्रमुख बाबा हरनाम सिंह खालसा ने श्री हरिमंदिर साहिब आए पहले मुख्य वाक्य की कथा गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में की। श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के अंग 713 पर शोभायमान टोडी मोहल्ला पांचवां के शब्द की व्याख्या करते बाबा हरनाम सिंह खालसा ने कहा कि हे मालक प्रभु! (तेरे पासो तेरे) नाम का दान मांगता हैं। कोई भी चीज मेरे साथ मही जा सकती। अगर तेरी कृपा हो तो मुझे तेरी सिफ्त सलाह मिल जाए। इसके उपरांत बाबा हरनाम सिंह खालसा कोरोना महामारी से निजात दिलाने के लिए पूरे विश्व के भले की अरदास में शामिल हुए।