Edited By Vaneet,Updated: 01 Feb, 2020 09:16 PM
दुष्कर्म से पीड़ित 2 सगी बहनों के पिता ने आरोपियों द्वारा धमकी देने व पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई न करने के चलते रेलगाड़ी के आगे...
बठिंडा(विजय): दुष्कर्म से पीड़ित 2 सगी बहनों के पिता ने आरोपियों द्वारा धमकी देने व पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई न करने के चलते रेलगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। आरोपी मृतक को केस वापिस लेने के लिए धमका रहे थे और पीड़िता के भाई को भी जान से मारने की धमकी दी जा रही है जिसके चलते पीड़िता के पिता ने अपनी जान दे दी।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिस प्रकार से उन्होंने उसके भाई को डरा धमका कर उन्हें आत्महत्या करने के लिए मजबूर कर दिया है उसी तरह उनके परिवार के अन्य सदस्यों की भी जान को खतरा है चूंकि आरोपी कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने पुलिस के उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई कि आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। गौर हो कि बीते दिनों थाना संगत पुलिस ने दो सगी बहनों से दुष्कर्म करने और उनकी मदद करने वाले चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिसमें नाबालिग सगी बहनों ने बताया कि बीती 26 जनवरी 2020 को वह अपने पिता के साथ लड़ाई झगड़ा कर घर से चली गई थी।
इस दौरान उनके गांव के रहने वाला आरोपित जसविंदर सिंह के घर पहुंच गई। आरोपित जसविंदर सिंह उक्त दोनों बहनों को को बस स्टैंड पर ले गया। जहां पर आटो चालक दयाल सिंह को बुलाया। उक्त व्यक्ति ने अपने दोस्त अमृतपाल सिंह के साथ शादी करवाने का झांसा देकर शेरगढ़ के रेलवे स्टेशन पर ले गए। पीड़िता के मुताबिक आरोपी अमृतपाल सिंह ने अपने पिता मंगा सिंह समेत गाड़ी पर सवार होकर आए और दोनों बहनों को अपने घर गांव त्यौणा ले गए।
उन्होंने ने आरोप लगाया कि आरोपी जसविंदर सिंह व अमृतपाल सिंह ने दोनों बहनों के साथ दुष्कर्म किया और बाद में उन्हें थाना सदर बठिंडा छोड़ दिया। थाना संगत पुलिस ने पीड़ित लड़कियों के बयानों पर आरोपित अमृतपाल सिंहए, उसके पिता मंगा सिंह वासी त्यौणा, जसविंदर सिंह व दयाल सिंह वासी गांव भगवानगढ़ के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया था। मामला दर्ज होने के बाद आरोपितों द्वारा पीड़ितों के पिता को लगातार धमकाया जा रहा था। जिसके चलते पीड़ित लड़कियों के पिता ने ट्रेन के नीचे आकर आत्महत्या कर ली।
उधर थाना संगत के एसएचओ गौरव वंश का कहना है कि पुलिस पर लगाएं जा रहे आरोप गलत है। पीड़ित बहनों के ब्यानों के आधार पर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया था। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। पीड़िता के पिता को कोई धमकी दी गई है, इसकी किसी भी प्रकार की कोई शिकायत पीड़ित परिवार द्वारा पुलिस को नहीं दी गई है। आत्महत्या की कार्रवाई जीआरपी पुलिस द्वारा की जा रही है।