Edited By Sunita sarangal,Updated: 05 Feb, 2021 11:41 AM
पंजाब में शराब की अवैध तस्करी को रोकने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, जो काफी हद तक सफल भी हुए हैं। इस अभियान से...
जालंधर: पंजाब में शराब की अवैध तस्करी को रोकने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, जो काफी हद तक सफल भी हुए हैं। इस अभियान से राज्य सरकार को एक्साइज टैक्स को पूरा करने में मदद भी मिल रही है। इसलिए अब सरकार इस अभियान को जारी रखना चाहती है ताकि वह अपना एक्साइज रेवेन्यू 1,000 करोड़ तक बढ़ा सके।
पिछले वर्ष जहरीली शराब पीने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसीलिए सरकार ने इस बार देसी शराब पर टैक्स में विस्तार नहीं किया और उपभोक्ताओं के लिए बीते वर्ष की कीमतें ही कायम रखी हैं। आबकारी के राजस्व से 7002 करोड़ रुपए के अनुमानित लाभ का लक्ष्य निश्चित किया गया है, जो मौजूदा वर्ष के 5794 करोड़ रुपए की अपेक्षा 20 प्रतिशत अधिक है। समूचे तौर पर आबकारी नीति में रिटेल लाइसैंसियों को राहत देना और शराब कारोबार को बढ़ावा देने के पक्षों को रखा गया है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार इस साल सरकार ने 6,250 करोड़ रुपए कमाने का लक्ष्य रखा था। मार्च के अंत तक एक्साइज कलेक्शन 5,800 रुपए से 6,000 करोड़ रुपए के बीच रहेगा। साथ ही ठेकेदारों को 5 से 10% तक की रियायतें भी प्रदान की गई हैं।