Edited By Anjna,Updated: 12 Apr, 2018 09:31 AM
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा विभिन्न फीसों में की गई बढ़ौतरी के कारण लोगों में खलबली मच गई है। कई फीसें नई लागू की गई हैं, वहीं अन्य में काफी बढ़ौतरी कर दी गई है। बोर्ड द्वारा ऐसा हर वर्ष किया जा रहा है। एक तरफ सरकार द्वारा नि:शुल्क शिक्षा,...
बिलासपुर/निहाल सिंह वाला (जगसीर, बावा): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा विभिन्न फीसों में की गई बढ़ौतरी के कारण लोगों में खलबली मच गई है। कई फीसें नई लागू की गई हैं, वहीं अन्य में काफी बढ़ौतरी कर दी गई है। बोर्ड द्वारा ऐसा हर वर्ष किया जा रहा है। एक तरफ सरकार द्वारा नि:शुल्क शिक्षा, किताबें, वर्दियां व अन्य सहूलियतों के दावे किए जाते हैं, वहीं दूसरी तरफ फीसों में बढ़ौतरी कर आम लोगों की जेबों को काटा जाना जारी है।
क्या कहना है शिक्षा माहिर का
शिक्षा माहिर प्रिंसीपल भूपेन्द्र सिंह ढिल्लों ने शिक्षा बोर्ड द्वारा विभिन्न फीसों में की गई बढ़ौतरी को मंदभागा बताया है। उन्होंने कहा कि इससे आम वर्ग के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा प्राप्त करनी बेहद महंगी हो जाएगी तथा उनके स्कूल छोडऩे की दर में बढ़ौतरी होगी। प्रिंसीपल ढिल्लों ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों को बढ़ौतरी फीस वापस लेने के आदेश जारी करे।
क्या कहना है विधायक का
हलका निहाल सिंह वाला के विधायक मंजीत सिंह बिलासपुर ने फीसों में की बढ़ौतरी को लोक विरोधी फैसला बताया। उन्होंने कहा कि सरकार का भलाई विभाग बोर्ड को किताबें व परीक्षा फीस वापस नहीं करता, जिस कारण बोर्ड का घाटा बढ़ता जा रहा है। ऐसे बोर्ड इमारतों में चलते शिक्षा विभाग के दफ्तरों द्वारा बोर्ड को समय पर बनता किराया न देने के कारण भी बोर्ड का घाटा और बढ़ा है, जिसका बोझ विद्याॢथयों पर डालना पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा कि बोर्ड तुरंत यह बढ़ौतरी वापस ले।