Edited By Sunita sarangal,Updated: 24 Jan, 2023 12:04 PM
वहां पर देश-विदेश के सैलानी आते हैं। यहां पर अक्सर रेव पार्टियां होती रहती है।
लुधियाना: नशे का मुद्दा पंजाब के लिए कोई नया नहीं है। चिट्टा और हैरोइन पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्बादी की तरफ लेकर जा रही है और मौजूदा सरकार नशे को खत्म करने में लगी है। लेकिन, अब हैरोइन और चिट्टे के बाद पंजाब में एक नए खतरनाक नशे की एंट्री हो गई है जोकि पंजाब पुलिस के लिए भी चैलेंज और चिंता का कारण है। यह नशा मलाना क्रीम हशीश है। इसके साथ एल.एस.डी. (लीसर्जिक एसिड डाईएथिलेमाइड) और एम.डी.एम.ए. (मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन) भी शामिल है जोकि हिमाचल प्रदेश से सप्लाई हो रहा है। इसे अमीरों का नशा कहा जाता है, जो लुधियाना में होने वाली रेव पार्टियों में इस्तेमाल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसकी छोटी-सी मात्रा भी काफी डेंजर होती है। व्यक्ति को होश नहीं रहता है। थोड़े से ओवरडोज से जान से हाथ धोना भी पड़ सकता है। कमिश्नरेट पुलिस ने पहली बार इस नशे की कमर्शियल क्वांटिटी के साथ 6 लोगों को काबू किया था। उनसे 2.3 किलोग्राम मलाना क्रीम हशीश, एक ग्राम एल.एस.डी. और 6 ग्राम एम.डी.एम.ए. बरामद हुआ था।
आरोपियों से हुई पूछताछ में पुलिस के उड़ गए होश
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने यह खुलासा किया था कि यह नशा वह हिमाचल प्रदेश के कसौल इलाके से लाए हैं जोकि एक बड़ा टूरिस्ट प्लेस है। वहां पर देश-विदेश के सैलानी आते हैं। यहां पर अक्सर रेव पार्टियां होती रहती है। बड़े-बड़े होटलों और बार रेस्तरां में रेव पार्टियों के दौरान यह नशा अक्सर परोसा जाता है। इसके बाद पंजाब पुलिस अब हिमाचल प्रदेश पुलिस की मदद से इस नशे का नैक्सेस खत्म करने के लिए बात करेगी।
लिक्विड और पेपर दोनों तरह से मिलता है नशा
बताया जाता है कि यह एल.एस.डी. नशा लिक्विड और पेपर दोनों में मिलता है। इसे यूरोपियन देशों से तस्कर मंगवा कर आगे सप्लाई कर रहे हैं। कसौल इलाके में विदेशी नागरिक ज्यादा होते हैं और वह इसका सेवन ज्यादा करते हैं। कसौल को एक तरह से भारत का इजराइल भी कहा जाता है क्योंकि इस इलाके में चरस की खेती अधिक होती है। इसी इलाके से विदेशी नागरिक एल.एस.डी. देकर चरस खरीद लेते हैं। वहीं से यह आगे सप्लाई होता है। एम.डी.एम.ए. नशे का पूरा नाम मिथाइलीनडाइऑक्सी मेथाम्फेटामाइन है। यह एक तरह का सिंथेटिक ड्रग है और इस नशे से शरीर में भी काफी बदलाव आ जाते हैं जिस कारण पुलिस की चिंता और भी ज्यादा बढ़ी हुई है।
नाम ‘स्वर्ग की टिकट’, हैरोइन से ज्यादा महंगा है नशा
नशा करने वाले ने इसे कई तरह के नाम दे रखे हैं। एल.एस.डी. नशे को कोड वर्ड में ‘स्वर्ग का टिकट’ कहते हैं। यह हैरोइन से ज्यादा मंहगा नशा होता है। इसकी कीमत 6 से 7 हजार रुपए तक होती है और मात्रा एक डाक टिकट जितनी होती है। यह नशा नौजवानों की पसंद बनता जा रहा है और रेव पार्टियां करने वाले नौजवान अक्सर यह नशा मंगवाते हैं। पुलिस अब यह पता लगाने में जुट गई है कि महानगर में कहां-कहां रेव पार्टिया होती हैं।
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