Edited By Tania pathak,Updated: 03 Feb, 2021 04:22 PM

सिद्धू ने कहा कि वह सभी 32 किसान जत्थेबंदियों के नेताओं को उसके साथ बहस का चैलैंज करते है।
पंजाब: 26 जनवरी को लाल किले की प्राचीर पर किसान संगठन और निशान साहिब का झंडा फहराने की घटना के पीछे दीप सिद्धू का नाम बार-बार सामने आ रहा है। सिद्धू पर आरोप लगाया जा रहा है कि दिल्ली हिंसा में उसका हाथ है। जिसके बाद से ही वह पुलिस की रडार पर है। वहीं दूसरी और दीप सिद्धू भी बार-बार सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो जारी कर खुद को बेकसूर बता रहा है। इसी बीच एक और बड़ी खबर आ रही है कि दीप सिद्धू ने किसान जत्थेबंदियों को बहस का खुला चैलैंज दिया है। सिद्धू ने कहा कि वह सभी 32 किसान जत्थेबंदियों के नेताओं को उसके साथ बहस का चैलैंज करते है। दीप सिद्धू ने कहा कि- 'मुझे बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगाए जा रहे है।'

सियासी पार्टियों पर लगाए गंभीर आरोप
दीप सिद्धू ने अपने ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोपों को ख़ारिज करते हुए कहा कि वो तथ्यों के साथ सभी को बेनकाब करेंगे, उसने आगे बोला कि सिंघु बॉर्डर पर हिंसा के बाद कांग्रेस हाईकमान ने उससे मिलने की इच्छा जताई थी, इसी के साथ साथ उसने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता भी उसको मिलना चाहते थे।

गौरतलब है कि किसान आंदोलन से शुरू हुआ ये धरना गणतंत्र दिवस की परेड रैली से और भी उग्र हो गया है। शांतिमय ट्रैक्टर रैली उस समय हिंसक हो गई जब लाल किले की प्राचीर पर आंदोलन के दौरान निशान साहिब का झंडा फहराया गया। जिसके बाद से ही इस घटना की आलोचना हर तरफ की जा रही है। ऐसे में किसान संगठनों द्वारा इस घटना का जिम्मेदार दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना को बताया जा रहा है, जिसके बाद से ही पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस की तरफ से पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।