जहरीली शराब से हुई मौतों के लिए भाजपा ने मांगा कैप्टन का इस्तीफा

Edited By Mohit,Updated: 03 Aug, 2020 08:45 PM

bjp demands captain s resignation

पंजाब प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अमृतसर, तरनतारन और बटाला में जहरीली शराब.............

चंडीगढ़ः पंजाब प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अमृतसर, तरनतारन और बटाला में जहरीली शराब पीने से हुई 116 लोगों की मौत के लिए राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे नैतिक आधार पर इस्तीफा देने की मांग की है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री जीवन गुप्ता ने आज यहां बयान जारी कर कहा कि जहरीली शराब पीने जहां सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वहीं अनेक विभिन्न अस्पतालों में जिंदगी-मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतने लोगों की भयानक मौत के लिए कथित तौर पर मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं तथा उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्य की सत्ता पर काबिज होने के लिए प्रदेश की जनता के साथ हर घर में नौकरी, युवाओं को मुफ्त स्माटर्फोन और बेरोजगारी भत्ता देने जैसे जैसे अनेक लुभावने और झूठे वादे किये थे। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में गुरुद्वारा दमदमा साहिब की तरफ मुंह कर गुटका साहिब को हाथ में लेकर पंजाब को नशामुक्त करने की सौगंध खाई थी लेकिन हकीकत में आज तक प्रदेश की जनता उन हवाई वादों को याद कर खून के आंसू रो रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को सुनहरी सपने दिखा कर उन्हें बेवकूफ बना कर उनसे नौकरी और मुफ्त स्माटर्फोन के लिए फॉर्म तक भरवाए गए। 

भाजपा नेता ने कहा कि कैप्टन ने वर्ष 2019 में पंजाब मंत्रिमंडल की बैठक में युवाओं को स्माटर्फोन देने का प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद दो दिसम्बर 2019 को उन्होंने स्वयं ट्वीट कर गत 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर पहले चरण में 11वीं तथा 12वीं के 1.06 लाख छात्रों को स्माटर्फोन देने का ऐलान किया था लेकिन गणतंत्र दिवस भी निकल गया लेकिन दिया कुछ भी नहीं। उन्होंने कहा कि लगता है मुख्यमंत्री झूठ के वायरस के शिकार हो चुके हैं। उन्होंने राज्य की कांग्रेस सरकार का मिशन फतेह भी फेल हो गया है। सरकार प्रदेश की जनता के लिए केंद्र द्वारा भेजा गया गेंहू-दालें राशन भी वितरित करने के विफल रही और कांग्रेसी नेता जरूरतमंदों और गरीबों का राशन डकार गए। सरकार, प्रदेश में नशे की समस्या खत्म करने भी विफल रही। 

प्रदेश में इसके विपरीत लॉक-डाउन के दौरान शराब की बिक्री उच्चतम स्तर पर हुई और इसमें कांग्रेसी नेताओं का नाम सरेआम उजागर भी हुआ। अब अमृतसर, तरनतारन और बटाला में 116 लोगों की मौत की जिम्मेवारी से भाग रहे कैप्टन ने पुलिस को निशाना बना कर उन्हें बर्खास्त कर जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि अपने दोषी नेताओं को हमेशा से बचाती आई है। अब जहरीली शराब मामले में भी कांग्रेसी नेताओं के पकड़े जाने पर कारवाई के नाम पर मुख्यमंत्री खानापूर्ति कर जनता के आंसू पोंछने का काम कर रहे हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!