Edited By swetha,Updated: 12 Sep, 2019 08:21 AM
दुश्मन की एयरस्पेस व अन्य ठिकानों पर पैनी नजर रखने वाला एयरबॉर्न अर्ली वार्निंग व कंट्रोल (ए.ई.डब्ल्यू. एंड सी.) सिस्टम वाला दूसरा एयरक्राफ्ट भारतीय सेना में शामिल किया गया।
बठिंडा(विजय): दुश्मन की एयरस्पेस व अन्य ठिकानों पर पैनी नजर रखने वाला एयरबॉर्न अर्ली वार्निंग व कंट्रोल (ए.ई.डब्ल्यू. एंड सी.) सिस्टम वाला दूसरा एयरक्राफ्ट भारतीय सेना में शामिल किया गया। आधुनिक संयंत्रों से लैस उक्त एम्बर्र-145 हवाई जहाज को भारतीय हवाई सेना में शामिल करने के लिए एयरफोर्स स्टेशन भिस्सीआणा बठिंडा में एक समागम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर वैस्टर्न एयर कमांड एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ पी.वी.एस.एम., ए.वी.एस.एम., वी.एम. एंड बार ए.डी.सी. एयर मार्शल आर. नांबियार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस मौके पर डी.आर.डी.ओ. के डी.एस. एंड डी.जी. (पी.सी. एंड एस.आई.) डा. एस. गुरु प्रसाद ने उन्हें उक्त जहाज की चाबियां सौंपी। प्रवक्ता ने बताया कि डी.आर.डी.ओ. के सैंटर फॉर एयरबॉर्न सिस्टम्स की ओर से इस जहाज को अत्याधुनिक सर्विलैंस सिस्टम से लैस किया गया है व इसे एयरफोर्स की सुविधाओं के अनुसार तैयार किया गया है।
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि पहला ए.ई.डब्ल्यू. व सी-एयरक्राफ्ट भारतीय हवाई सेना में बैंगलूरू में आयोजित एयरो इंडिया-2017 के दौरान 14 फरवरी 2017 को शामिल किया गया था। उसके बाद से यह एयरक्राफ्ट जम्मू-कश्मीर के ऊपरी ठिकानों, राजस्थान के मरुस्थल व कच्च के रण में पूरी मुस्तैदी के साथ अपने काम को अंजाम दे रहा है। इस जहाज ने उक्त 2 सालों के दौरान हवाई सेना की विभिन्न कार्रवाइयों में हिस्सा लेकर अपने दम का लोहा मनवाया है। अब उक्त सिस्टम वाला दूसरा एयरक्राफ्ट हवाई सेना में शामिल किया गया है जो देश के ‘मेक इन इंडिया’ को प्रोत्साहित करने की ओर एक बड़ा कदम है।