Edited By Kamini,Updated: 28 Jul, 2024 04:51 PM

करोड़ों खर्च करने के बाद भी बुड्ढे नाले के प्रदूषण की समस्या का समाधान न होने के मुद्दे पर हंगामा होने के बीच इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने वाले अफसरों पर भी सवाल खड़े हो रहें हैं।
लुधियाना (हितेश) : करोड़ों खर्च करने के बाद भी बुड्ढे नाले के प्रदूषण की समस्या का समाधान न होने के मुद्दे पर हंगामा होने के बीच इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने वाले अफसरों पर भी सवाल खड़े हो रहें हैं। इनमें सीवरेज बोर्ड के पूर्व चीफ इंजीनियर दलजीत सिंह का नाम मुख्य रूप से शामिल है, जो कंसलटेंट कंपनी में भी रह चुके हैं। अब इस ऑफिसर को रिटायर होने के कई सालों बाद 24 घंटे वाटर सप्लाई देने के प्रोजेक्ट का इंचार्ज लगा दिया गया है।
इस संबंध में जानकारी मिलने पर विधानसभा की लोकल बॉडीज कमेटी के चेयरमैन गुरप्रीत गोगी ने कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि किसी अफसर को प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी देने से पहले उसका ट्रैक रिकार्ड जरूर चेक करना चाहिए। जहां तक दलजीत सिंह का सवाल है, उसकी निगरानी में बनाई गई बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने की प्रोजेक्ट रिपोर्ट में कई खामियां सामने आई है। जिसके मद्देनजर इस अफसर को किसी कीमत पर 24 घंटे वाटर सप्लाई देने के प्रोजेक्ट की कमान नहीं दी जा सकती है और वहां से छुट्टी करने के लिए विधानसभा कमेटी द्वारा सरकार से सिफारिश की जाएगी।
चोर दरवाजे से हुई सीवरेज बोर्ड के एसई की एंट्री
24 घंटे वाटर सप्लाई देने के प्रोजेक्ट से नगर निगम अफसरों को एक के बाद एक करके साइड लाइन किया जा रहा है। जिसके तहत पूर्व चीफ इंजीनियर दलजीत सिंह के बाद सीवरेज बोर्ड के एस ई पारूल गर्ग की भी इस प्रोजेक्ट में एंट्री हो गई है। इस संबंधी आर्डर लोकल बॉडीज विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी द्वारा जारी किया गया है।
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