Edited By Vatika,Updated: 16 Jul, 2020 01:34 PM
जिला जालंधर में कोरोना का कहर थमता नजर नहीं आ रहा। गुरुवार को जिले में कोरोना के 42 नए केस सामने आई है, जिसके बाद मरीजों की संख्या 1475 तक
जालंधर (रत्ता): जिला जालंधर में कोरोना का कहर थमता नजर नहीं आ रहा। गुरुवार को जिले में कोरोना के 42 नए केस सामने आई है, जिसके बाद मरीजों की संख्या 1475 तक पहुंच गई है। वहीं आज सुबह सेहत विभाग को 372 संदिग्ध मरीज़ों की कोरोना जांच के लिए भेजी गई रिपोर्ट नैगेटिव प्राप्त हुई हैं। बता दें कि गत दिवस पहली बार जालंधर जिले में इकट्ठे 96 पॉजिटिव केस सामने आए थे, जिनमें से आर.टी.ए. दफ़्तर के 7 सदस्यों सहित जालंधर देहाती के एस.एस.पी. नवजोत सिंह माहल की पत्नी और बेटी भी शामिल है।
स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की लापरवाही से बढ़ रहे हैं कोरोना के रोगी
इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर जहां हर व्यक्ति भयभीत हैं, वहीं लगता है कि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को इसकी जरा भी परवाह नहीं है और इनकी लापरवाही से ही कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग जिन लोगों के सैंपल कोरोनावायरस की पुष्टि के लिए लेता है, उन्हें पूरी तरह से यह नहीं समझाता कि जब तक सैंपल की रिपोर्ट न आ जाए वे अपने घर पर ही रहें। कई बार ऐसा देखने को मिला है कि जो लोग अपना सैंपल दे देते हैं वे दूसरे या तीसरे दिन सिविल अस्पताल या सिविल सर्जन दफ्तर में आकर अपनी रिपोर्ट का पता लगा रहे होते हैं। दूसरी तरफ अगर जिला प्रशासन की लापरवाही की बात की जाए तो शहर में कुछ प्रमुख स्थानों पर दुकानें रात 10 बजे तक भी खुली रहती हैं और उन्हें कोई पूछने वाला नहीं होता।