Edited By Vatika,Updated: 28 Nov, 2020 02:22 PM
सुखबीर सिंह का पिता कुलवंत सिंह इस समय खेती कानूनों के खिलाफ धरने में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हुए थे, जहां उसके पुत्र की शहादत की खबर मिली।
तरनतारन, फत्याबाद (कमल / बलविन्दर कौर): जिला तरनतारन के गांव खुवासपुर का 22 वर्षीय सुखबीर सिंह रंधावा गत दिवस कश्मीर के राजौरी सैक्टर में ड्यूटी दौरान पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हो गया, जिसके शहीद होने की खबर जैसे ही परिजनों तक पहुंची तो परिवार सहित पूरे गांव में शोक की लहर छा गई। सुखबीर सिंह का पिता कुलवंत सिंह इस समय खेती कानूनों के खिलाफ धरने में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हुए थे, जहां उनके पुत्र की शहादत की ख़बर मिली। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने यह जानकारी अपने फेसबुक पेज पर सांझी करके परिवार के साथ दुख सांझा किया है।
शहीद सुखबीर के गांव में छाया मातम
गांव ख्वासपुरा में उस समय मातम छा गया जब वहां यह सूचना पहुंची कि राजौरी में भारतीय सीमा की रक्षा करते हुए उनके गांव का बेटा सुखबीर सिंह शहीद हो गया है। सुखबीर 2 साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था। शहीद सुखबीर के परिजन व गांव के लोग उसकी मौत पर दुखी तो हैं।
उन्हें इस बात का गर्व भी है कि उनके बेटे ने देश के लिए शहादत पाई है। शहीद के पिता ने पहले भारत माता की जय के नारे लगाए, फिर बेटे की तस्वीर गले से लगाकर रोने लगे। वहीं शहीद की मां जसबीर कौर अपनी सुधबुध खो बैठी हैं। शहीद सुखबीर सिंह की मृत देह आज उसके गांव पहुंच जाएगी, जहां पूरे सरकारी सम्मान से उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।