Edited By Kalash,Updated: 24 Jul, 2024 10:16 AM
नगर निगम द्वारा डेथ सर्टिफिकेट जारी करने को लेकर चल रहे विवाद में नया मोड़ आ गया है।
लुधियाना: नगर निगम द्वारा डेथ सर्टिफिकेट जारी करने को लेकर चल रहे विवाद में नया मोड़ आ गया है, जिसके तहत आवेदनकर्त्ता ने शिकायत दर्ज करवाने वाले को ही फर्जी बता दिया है। इस मामले में पवन कुमार नामक व्यक्ति द्वारा कमिश्नर को दी गई शिकायत में जिंदा होने के बावजूद नगर निगम द्वारा उसका डेथ सर्टिफिकेट जारी करने का आरोप लगाया गया है।
इस संबंधी जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि खुद को मृतक की पत्नी बताने वाली महिला ने एफिडेविट व अस्थियों के विसर्जन के सर्टीफिकेट के साथ 2 विधायकों द्वारा वेरीफाई किए गए दस्तावेजों के आधार पर डैडेथ सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया गया था।
हालांकि, नगर निगम द्वारा पहले लेट एंट्री का केस होने का हवाला देते हुए सिविल सर्जन व एस.डी.एम. ऑफिस के पाले में गेंद डालने की कोशिश की गई, लेकिन यह मुद्दा मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद डेथ सर्टिफिकेट रद्द करने के लिए एस.डी.एम. ऑफिस को सिफारिश भेज दी गई।
यह कार्रवाई शुरू होने से पहले ही दूसरा पक्ष भी नगर निगम के पास पहुंच गया है और आवेदनकर्त्ता ने शिकायत दर्ज करवाने वाले को ही फर्जी ही बता दिया है, उन्होंने पवन कुमार को अपना परिजन बताते हुए उसकी मृत्यु होने के सभी सबूत सही होने का दावा किया है। इसके मद्देनजर नगर निगम द्वारा दोनों पक्षों को दस्तावेज पेश करने के लिए बोला गया है और आने वाले दिनों में उन्हें आला अधिकारियों की मौजूदगी में आमने-सामने खड़ा किया जा सकता है।
मुजफ्फर नगर में स्थित प्रॉपर्टी के मालिकाना हक से जुड़ा बताया जा रहा है विवाद
फर्जी तरीके से डेथ सर्टिफिकेट जारी करने को लेकर पैदा हुआ विवाद मुजफ्फर नगर में स्थित प्रॉपर्टी के मालिकाना हक से जुड़ा बताया जा रहा है। इसमें पहले खुद को पवन कुमार बताने वाले व्यक्ति ने डेथ सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई करने वाले ग्रुप पर उसकी प्रॉपर्टी बेचने का आरोप लगाया था। अब जो पक्ष सामने आया है कि उसने शिकायतकर्ता द्वारा उनकी प्रॉपर्टी हड़पने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। आवेदनकर्त्ता पक्ष की माने तो शिकायतकर्ता द्वारा इस काम के लिए दो आधार कार्ड भी बनाए गए हैं।
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