Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Sep, 2017 01:29 PM
कारगिल युद्ध व ऑप्रेशन मेघदूत में अपनी वीरता के जौहर दिखाने वाले जिला होशियारपुर के गांव फतेहगढ़ के पूर्व सैनिक नायक जगदीश चंद्र शहर के नामी ट्रैवल एजैंट सौरभ मेहता की ठगी का शिकार हुए थे। ट्रैवल एजैंट ने उसके बेटे रोहित को मई 2016 में सिंगापुर...
पठानकोट(शारदा,आदित्य, कंवल, नीरज): कारगिल युद्ध व ऑप्रेशन मेघदूत में अपनी वीरता के जौहर दिखाने वाले जिला होशियारपुर के गांव फतेहगढ़ के पूर्व सैनिक नायक जगदीश चंद्र शहर के नामी ट्रैवल एजैंट सौरभ मेहता की ठगी का शिकार हुए थे। ट्रैवल एजैंट ने उसके बेटे रोहित को मई 2016 में सिंगापुर भेजने के लिए 2 लाख 25 हजार रुपए यह कह कर लिए थे कि उसके बेटे को 1 साल का वर्क परमिट मिलेगा, मगर उसका बेटा 3 माह बाद ही वापस आ गया।
उस ट्रैवल एजैंट ने उसके साथ ठगी करके 3 माह के टूरिस्ट वीजे पर ही उसे सिंगापुर भेज दिया था। यह पूर्व सैनिक पिछले एक साल से अपने पैसे वापस लेने के लिए इस एजैंट के घर के चक्कर लगा रहा था।
इस ट्रैवल एजैंट ने कुछ राशि किस्तों में उसे वापस भी की मगर एक 1 लाख 45 हजार रुपए की राशि बकाया रहती थी, जिसके लिए उसने फरवरी 2017 को उक्त एजैंट के विरुद्ध एस.एस.पी. पठानकोट को शिकायत भी दर्ज करवाई थी मगर उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस सारे सिस्टम से दुखी होकर वह पिछले 2 दिन से रामशरणम कालोनी में स्थित उक्त ट्रैवल एजैंट के घर के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गया था, जिसे गत दिवस डिवीजन नम्बर 2 के एस.एच.ओ. दविन्द्र प्रकाश व पार्षद योगेश ठाकुर ने इस आश्वासन के साथ वहां से उठाया कि पुलिस उसके बाकी पैसे दिलाने का पूरा प्रयास करेगी। पूर्व सैनिक केइस संघर्ष में शहीद सैनिक परिवार सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने भी पुलिस को अल्टीमेटम दे दिया था कि अगर 12 घंटे के भीतर उस एजैंट को पकड़ कर इस सैनिक के पैसे न दिलवाए गए तो परिषद भी शहीद परिवारों को साथ लेकर नायक जगदीश चंद्र के साथ भूख हड़ताल पर बैठेगी। इसी दबाव के चलते पुलिस तत्परता दिखाते हुए उक्त ट्रैवल एजैंट को थाने लेकर आई।
इस अवसर पर परिषद के अध्यक्ष रिटा. कर्नल सागर सिंह सलारिया, महासचिव कुंवर रविन्द्र सिंह विक्की, पार्षद योगेश ठाकुर, शहीद सिपाही मक्खन सिंह के पिता हंस राज भी विशेष तौर पर थाने पहुंचे तथा ए.एस.आई. हरजिन्द्र सिंह की मौजूदगी में ट्रैवल एजैंट सौरभ मेहता ने पूर्व सैनिक जगदीश चंद्र को 2 किस्तों में उसकी बनती राशि देने का आश्वासन दिया। इसकी पहली किस्त 48 हजार रुपए उसे आज दे दी गई तथा बाकी 97 हजार रुपए की राशि 15 दिन बाद 24 सितम्बर को देने का लिखित वायदा किया।