Edited By Tania pathak,Updated: 27 Jul, 2021 03:08 PM
पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस का कलह शांत हो गया है। लेकिन इसी बीच एक और ऐसी खबर सामने आई है जिसके बाद पंजाब कांग्रेस की मुश्किलें खत्म नहीं बल्कि बढ़ जाएंगी...
चंडीगढ़: पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस का कलह शांत हो गया है। लेकिन इसी बीच एक और ऐसी खबर सामने आई है जिसके बाद पंजाब कांग्रेस की मुश्किलें खत्म नहीं बल्कि बढ़ जाएंगी। मिली जानकारी के अनुसार अब राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी के खिलाफ बगावत के सुर ऊंचे हो गए है। ये किसी और ने नहीं बल्कि खुद पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने किए है। राणा सोढ़ी मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह के बेहद करीबी माने जाते है। जाखड़ ने राणा सोढ़ी पर जमीन का दोहरा मुआवजा लेने के साथ-साथ शराब फैक्टरी के लाइसेंस जैसे कई मुद्दों पर सवाल उठाए है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के हलकों में राणा सोढी को लाइसेंस कैसे मिला।
जाखड़ ने इस पूरे मामले को कांग्रेस हाईकमान के सामने भी रखा है। उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को इस बारे में चिट्ठी लिखकर अवगत करवाया है। चुनावों से पहले कम होने की बजाए तेजी के साथ फ़ैल रही कांग्रेस कलह की आग में अभी तक कई विधयक और नेता आ चुके है। कैप्टन और सिद्धू को लेकर पार्टी में गुटबाजी के चर्चे अब विपक्ष तक पहुंचने लगे है। फिलहाल इस मामले में अभी तक हाईकमान की तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया है।