Edited By swetha,Updated: 13 Feb, 2020 10:00 AM
राजिंदरा अस्पताल के स्टाफ ने लापरवाही की सभी हदें उस समय पार कर दीं, जब यहां स्टाफ ने एक लाश ही बदल डाली। पता लगने पर अस्पताल प्रशासनिक अधिकारी परेशान हो गए
पटियाला(जोसन, अत्री): राजिंदरा अस्पताल के स्टाफ ने लापरवाही की सभी हदें उस समय पार कर दीं, जब यहां स्टाफ ने एक लाश ही बदल डाली। पता लगने पर अस्पताल प्रशासनिक अधिकारी परेशान हो गए। अब किसी भी बड़े विवाद से बचने के लिए लखनऊ पहुंची लाश को उसी एम्बुलैंस के द्वारा वापस मंगवाया जा रहा है। संगरूर निवासी सरबजीत सिंह ने बताया कि पिछले दिनों उनके फौजी नामक एक रिश्तेदार की मौत हो गई थी। जिस की लाश शाम होने कारण राजिंदरा अस्पताल की मोर्चरी में रखी गई। डाक्टरों ने कहा कि शाम होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सकता, इस कारण सुबह किया जाएगा।
जब सुबह हुई तो वहां पर और भी लाशें पड़ी थीं, जिनका नंबरों मुताबिक पोस्टमार्टम किया जा रहा था। इस दौरान डाक्टरों ने फौजी नामक व्यक्ति की लाश का पोस्टमार्टम करके उसे एक प्रवासी परिवार के हवाले कर दिया, जो यह लाश लेकर लखनऊ के गोंडा जिला चले गए। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब इस प्रवासी परिवार के व्यक्ति राम कुमार की लाश हमें देने लगे तो हमने इसकी पहचान से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि यह मामला सामने आने के बाद संबंधित डाक्टर और पुलिस मुलाजिम परेशान हो गए। उन्होंने तुरंत लाश को लेकर गई एम्बुलैंस बारे पता लगा कर ड्राइवर को फोन किया और लाश वापस लाने के लिए कहा।
उधर, मामले की जांच कर रहे ए.एस.आई. जसबीर सिंह थाना सिटी-1 संगरूर ने कहा कि लाश बदल गई है। अब लखनऊ गई लाश वापिस मंगवाई जा रही है। बताना बनता है कि यदि बदली हुई लाश स्थानीय किसी नजदीक के गांव या शहर की होती तो उसका अब तक संस्कार भी किया जा सकता था और वापसी की संभावना नहीं थी, इस लिए सरकारी अस्पतालों के डाक्टर को समझदारी से काम लेने की जरूरत है।