Edited By swetha,Updated: 11 Aug, 2019 12:21 PM
जालंधर से नकोदर जाने वाले वाहनों को अपना रूट बदलना पड़ेगा।
जालंधर (सोनू):सुप्रीम कोर्ट के अतिक्रमण हटाने के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डी.डी.ए.) द्वारा पुलिस बल के साथ तुगलकाबाद के वन क्षेत्र में स्थित गुरु रविदास जी महाराज के मंदिर को तोड़ने के विरोध में शनिवार को रविदास भाईचारे ने विरोध प्रदर्शन किया था। रविवार सुबह भी लांबडा में रविदास समुदाय ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इस कारण यातायात काफी प्रभावित हो रहा है। खाबंडा गेट के सामने जालंधर -नकोदर हाईवे जाम करके मोदी सरकार के पुतले जलाए और नारेबाजी की।
बहुजन समाज पार्टी के सीनियर नेता बालमुकंद बावरा ने कहा कि जब तक गुरु रविदास जी का मंदिर दिल्ली में दोबारा उसी तरह नहीं बन जाता हम अपना प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि 13 अगस्त को भारत बंद का ऐलान करते हुए कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हम अपना प्रदर्शन नहीं हटाएंगे। उन्होंने कहा कि जब से सेंट्रल में मोदी की सरकार आई है दलितों पर अत्याचार बढ़ गया है। हमें हमारे अल्पसंख्यक होने का सजा दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सेंट्रल में आने के साथ ही उन्होंने दलितों का हक छीना और उन्हें दलित होने पर जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं ।उन्हें मारा जा रहा है । श्री बालमुकुंद बावरा ने कहा कि पंजाब भर के बहुजन समाज पार्टी के वर्कर 13 अगस्त को पंजाब बंद कराएंगे और सड़कों पर निकल कर मोदी सरकार के पुतले जलाएंगे और उनकी नाकामियों को अवाम के सामने लाएंगे ।
नकोदर की तरफ जाने वाले बदले अपना रूट
जालंधर से नकोदर जाने वाले वाहन चालक अगर अपने गंतव्य पर जल्दी पहुंचना चाहते हैं तो उनको अपना रूट बदलना पड़ेगा। उनको शाहपुर या किसी अन्य रास्ते से नकदोर की तरफ जाना पड़ेगा।
लोगों ने बीच सड़क फूंके टायर
लोगों ने बीच सड़क टायर भी फूंके। फिलहाल पुलिस उन्हें धरने से हटाने का प्रयास कर रही है। बताया जा रहा है कि श्री गुरु रविदास चौक में भी लोग इक्ट्ठे हो रहे है, जिसके चलते वहां भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
यह है मामला
सुप्रीम कोर्ट के अतिक्रमण हटाने के आदेश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डी.डी.ए.) ने पुलिस बल के साथ तुगलकाबाद के वन क्षेत्र में स्थित गुरु रविदास जी महाराज के मंदिर को तोड़ दिया था। डी.डी.ए. का दावा है कि मंदिर उसकी जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था जिसका मामला अदालत में सुना गया और अंत में इसे हटाने का आदेश हुआ। शनिवार को मंदिर तोड़े जाने की खबर से संत रविदास के अनुयायियों में रोष फैल गया और बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और जाम भी लगाया। प्रदर्शन कहीं उग्र रूप न ले ले इसको ध्यान में रखते हुए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात किया गया था।