Edited By Vatika,Updated: 28 Mar, 2020 08:27 AM
एक निजी अस्पताल द्वारा पैसे न जमा करवाने के चलते गर्भवती महिला को अस्पताल से बाहर निकालने तथा नवजात शिशु की मौत का मामला सामने आया है।
कादियां(जीशान): एक निजी अस्पताल द्वारा पैसे न जमा करवाने के चलते गर्भवती महिला को अस्पताल से बाहर निकालने तथा नवजात शिशु की मौत का मामला सामने आया है। कादियां की समाज सेविका नीतू खोसला ने बताया कि वह गत रात 10.30 बजे बटाला-कादियां रोड पर बने चर्च को चैक कर अपने भाई तथा साथियों के साथ वापस लौट रही थी तो उनको दम्पति सड़क पर बैठा दिखाई दिया।
पूछताछ करने पर रेखा पत्नी राजन वासी बहादुरपुर रजोआ ने बताया कि वह गर्भवती है। हरचोवाल के सरकारी अस्तपाल में कार्यरत एक डाक्टर ने उसे अपने प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए बुलाया। पहले तो उसको एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कर लिया परन्तु पैसे न होने के कारण अस्पताल से बाहर निकाल कर ताला लगा दिया। जिस पर नीतू खोसला गर्भवती महिला को अपनी गाड़ी में डाल थाने पहुंची तथा पुलिस के सहयोग से महिला को अन्य प्राइवेट अस्पताल में दाखिल करवाने के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन जैसे ही गर्भवती महिला अस्पताल पहुंची तो उसकी तबीयत बिगड़ गई तथा वहीं उसने बच्चे को जन्म दिया जिसने कुछ ही क्षणों में दम तोड़ गया। राजन के भाई सन्नी कुमार ने बताया कि उसकी भाभी का इलाज सरकारी अस्पताल हरचोवाल में लेडी डाक्टर कर रही थी।
तबीयत खराब होने पर पीड़ित परिवार ने लेडी डाक्टर को फोन किया जिस पर डाक्टर ने कहा कि सरकारी अस्पताल में स्टाफ नहीं है, तुम मेरे प्राइवेट अस्पताल आ जाओ जिसपर वह रात को उसके कादियां स्थित प्राइवेट अस्पताल पहुंच गए जहां उसका अल्ट्रासाऊंड किया गया। उसने बताया कि बच्चे की धड़कन आहिस्ता चल रही है, बच्चे को कुछ भी हो सकता है। डाक्टर ने गर्भवती महिला को ड्रिप लगा दी तथा उन्हें कहा गया कि 20 से 25 हजार रुपए तक का खर्चा आएगा। इसलिए वह 15 हजार रुपए एडवांस जमा करवा दें। रेखा के पति राजन ने अस्पताल के प्रबंधकों को बताया कि अभी उसके पास केवल 5 हजार रुपए हैं, वह कल प्रात: बाकी की रकम दे देगा जिस पर डाक्टर नहीं मानी तथा उसकी ड्रिप निकाल दी और अस्पताल से बाहर निकाल कर ताला लगा दिया।
शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई : एस.एम.ओ.
सरकारी अस्पताल हरचोवाल के एस.एम.ओ. रणजीत सिंह ने बताया कि अभी तक उनके ध्यान में इस तरह का मामला नहीं आया है। इस मामले संंबंधी यदि उन्हें कोई लिखित शिकायत मिलती है तो वह उक्त लेडी डाक्टर के विरुद्ध कारवाई करेंगे।