Edited By Vatika,Updated: 10 Aug, 2020 12:59 PM
यू.के. में भारत विरोधी आवाजों का समर्थन करने वाले पंजाबी मूल के 2 मैंबर पार्लियामैंट पाकिस्तान की अखबारों में हीरो बने हुए हैं।
जालंधर(विशेष): यू.के. में भारत विरोधी आवाजों का समर्थन करने वाले पंजाबी मूल के 2 मैंबर पार्लियामैंट पाकिस्तान की अखबारों में हीरो बने हुए हैं। बर्मिघम से सांसद प्रीत कौर गिल और सलोह से सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी को पाकिस्तान की अखबार द न्यूज इंटरनैशनल ने प्रमुखता से छापा है। प्रीत कौर गिल को खालिस्तानी समर्थक स्टैंड लेने के लिए और ढेसी को भारत सरकार की कश्मीर नीति के खिलाफ यू.के. के अखबार द गर्जियन में अरुंधति रॉय द्वारा लिखे गए एक लेख की तारीफ करने और उसके विचारों का समर्थन करने पर पाकिस्तान में सुर्खियां मिली हैं।
ट्विटर पर रैमी से भिड़ी प्रीत कौर गिल
दरअसल इंगलैंड के बिजनैसमैन लार्ड रैमी रेंजर ने खालिस्तान को लेकर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि मेरी प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बात हुई है और उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया है कि वह सिख अलगाववादियों द्वारा पंजाब को भारत से अलग करने के लिए चलाई जा रही खालिस्तान की मुहिम का समर्थन नहीं करते। रैमी के इस ट्वीट पर प्रीत कौर गिल भड़क गई और गिल ने इसका जवाब देते हुए लिखा कि यूनाइटेड नेशन की सिविल और सियासी अधिकारों के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन अनुसार स्वतंत्रता का हक सबको है और इसमें कुछ गलत नहीं है। प्रीत कौर गिल ने साथ ही लिखा कि आपने भारत में गिरफ्तार किए गए ब्रिटिश नागरिक जग्गी जौहल के हक में आवाज क्यों नहीं उठाई।
भारत विरोधी आवाज को ढेसी का समर्थन
दूसरी तरफ यू.के. के अखबार द गर्जियन में भारतीय लेखिका अरुंधति रॉय ने एक लेख लिखा कि भारत ने कश्मीर में अत्याचार किया है और कश्मीर को लेकर उसकी नीति मानवता के खिलाफ अपराध वाली है। इस लेख को सलोह से सांसद तनमनजीत सिंह ने न सिर्फ अपने ट्विटर पर शेयर किया बल्कि साथ ही लिखा कि भारत की मशहूर लेखिका अरुंधति रॉय ने एक बहुत सख्त और मोह लेने वाला लेख लिखा है। इससे पता लगता है कि जमीन पर क्या हो रहा है और राजनीतिक तौर पर कैसे दिखाया जा रहा है। यह पढऩे योग्य है। कई बार आपको जो दिख रहा होता है लेकिन वह होता नहीं है। ढेसी का यह ट्वीट भी पाकिस्तान की अखबार की सुर्खियों में है।