Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 09:26 AM
निकटवर्ती गांव तक्खनी में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए सरकार की तरफ से 1.14 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने के बावजूद तक्खनी निवासी स्वच्छ पेयजल से वंचित हैं।
होशियारपुर (अश्विनी): निकटवर्ती गांव तक्खनी में पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए सरकार की तरफ से 1.14 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने के बावजूद तक्खनी निवासी स्वच्छ पेयजल से वंचित हैं।
यह जानकारी देते हुए लेबर पार्टी भारत के प्रधान जयगोपाल धीमान ने बताया कि सूचना अधिकार एक्ट-2005 द्वारा प्राप्त जानकारी से इस बात का खुलासा हुआ है कि वाटर सप्लाई स्कीम चौकी पटियाड़ी के अधीन गांव चौकी पटियाड़ी, रहिमापुर व तक्खनी की स्कीम 2012 में 1.14 करोड़ रुपए की लागत से चालू हुई थी। भ्रष्टाचार के चलते नहीं मिला लोगों को पानी : धीमान ने बताया कि तक्खनी गांव के लोगों को पानी पहुंचाने के लिए विभाग ने घटिया किस्म की प्लास्टिक की पाइपें डाल दीं। प्लास्टिक पाइपों से लोगों को कुछ दिन ही पानी मिला था व पाइपें फटने के पश्चात तक्खनी के लोगों को पानी की आपूॢत बंद हो गई थी।
चो की सीरों वाला प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं लोग
तक्खनी के लोग चो की सीरों वाला प्रदूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि तक्खनी के जिस भाग में जी.आई. की बढिय़ा क्वालिटी की पाइप लाइन बिछाई गई थी वहां के लोगों को पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो रहा है।
स्कीम लागू करवाने वाले कई अधिकारी सेवामुक्त भी हुए
गांव के लोगों के अनुसार इस स्कीम पर काम करने वाले कई अधिकारी जेबें भरने के बाद सेवामुक्त भी हो गए लेकिन अप्पर तक्खनी गांव के लोग प्यासे के प्यासे ही रहे। गांव के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्या का समाधान जल्द न किया गया तो वह जिला प्रशासनिक काम्पलैक्स के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे।