Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 05:04 AM
राज्य में फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट्स में फीस ढांचे की समीक्षा करने के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने आदेश जारी...
जालंधर(धवन): राज्य में फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट्स में फीस ढांचे की समीक्षा करने के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने आदेश जारी कर दिए हैं ताकि अधिक से अधिक नौजवान पायलट की ट्रेनिंग लेने के लिए आगे आ सकें। कम फीस होने से नौजवानों का रुझान पायलट बनने की तरफ बढ़ेगा।
पंजाब राज्य सिविल एविएशन कौंसिल की दूसरी बैठक में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री ने कौंसिल को निर्देश दिए कि वह राज्य में फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन में ट्रेनिंग को अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइंग क्लबों के बराबर लेकर आए। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था जब देश की प्रमुख एयरलाइंस द्वारा कमर्शियल पायलट्स की सेवाएं दी जाती थीं। देश व विदेश से पायलट ट्रेनिंग लेने के लिए पटियाला फ्लाइंग क्लब आया करते थे। कौंसिल अब पटियाला व अमृतसर में अपने 2 फ्लाइंग ट्रेनिंग संगठनों को चुस्त-दुरुस्त बनाएगी तथा वहां पर आधुनिक फ्लाइंग सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय को कहा कि वह राज्य में फ्लाइंग आधारभूत ढांचा मजबूत करने के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि उपलब्ध करवाए। मुख्यमंत्री ने कौंसिल को 2 नए आधुनिक एयरक्राफ्ट खरीदने तथा सिविल एरोड्रोम पटियाला में रनवे के साथ लाइटें लगाने के लिए अधिकृत किया। उन्होंने पटियाला के जिलाधीश से कहा कि वह सिंचाई तथा डिफैंस की जमीन को लेने की कोशिश करें ताकि पटियाला के सिविल एरोड्रोम का विस्तार किया जा सके। उन्होंने एरोड्रोम के साथ अधिक पुलिस कर्मचारियों की तैनाती करने के निर्देश भी दिए। एरोड्रोम की सीमा के आसपास कंटीली तार लगाई जाएगी ताकि हवाई जहाजों की सुरक्षा को यकीनी बनाया जा सके।
उन्होंने कौंसिल को लुधियाना में फ्लाइंग ट्रेनिंग संगठन को एक वर्ष के भीतर सक्रिय बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने वित्त विभाग से कहा कि पटियाला में बन रहे पंजाब एयरक्राफ्ट मैंटीनैंस कॉलेज के लिए पर्याप्त फंड उपलब्ध करवाए जाएं, जिसे इस वर्ष अंत तक पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव सुरेश कुमार ने कौंसिल से कहा कि वह एक 3 सदस्यीय कमेटी बनाए जो पंजाब एयरक्राफ्ट मैंटीनैंस कॉलेज को पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय के साथ संबंध करने की औपचारिकताओं को पूरा करे। इसी कमेटी को उन्होंने एक सेवानिवृत्त प्रोफैसर को डायरैक्टर प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त करने के लिए भी कहा। बैठक में ब्रह्म महिन्द्रा, तेजबीर सिंह, ए.पी.एस. विर्क, रजत अग्रवाल, चंद्र गैंद तथा पटियाला के डी.सी. कुमार अमित ने भी भाग लिया।